लंदन। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुलभूषण जाधव का मुकदमा लड़ने वाले भारत के जानेमाने वकील हरीश साल्वे ने पाकिस्तान को आज चेतावनी दी कि अगर उसने जाधव के मामले में फिर कोई फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की तो उसे फिर अंतरराष्ट्रीय अदालत में घसीटा जाएगा।
साल्वे ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का फैसला आने के बाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय अदालत का आभार व्यक्त करते हैं जिसने इस मामले में हस्तक्षेप करके चंद दिन पहले जाधव को फांसी पर चढ़ने से बचा लिया।
उन्हाेंने कहा कि पाकिस्तान ने बार बार जाधव के पास से बरामद कथित पासपोर्ट की स्लाइड प्रदर्शित की। अदालत ने न सिर्फ इस पर ध्यान दिया बल्कि पाकिस्तान के उस तर्क को खारिज कर दिया कि जाधव की नागरिकता अनिश्चित है।
अदालत ने पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक एक निष्पक्ष मुकदमा चले। अगर यह मुकदमा सैन्य अदालत पर उन्हीं नियमों एवं कानूनों के आधार पर चलाया जाता है जहां बाहर के वकीलों को अनुमति नहीं है, हमें अनुमति नहीं है, मिलने की छूट नहीं है, सबूत नहीं दिए जाते तो यह अपेक्षित मानदंडों के अनुरूप नहीं होगा।
साल्वे ने कहा कि उन्हें निजी तौर पर संतोष है कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए विशेषण और अदालत में दिए गए जवाब को उन्होंने अफसोसनाक करार दिया और कहा कि उनके संस्कार एवं भारत की परंपरा के मुताबिक ऐसी भाषा में जवाब नहीं दिया जाता।
पाकिस्तान ने अपने आरोप प्रक्रिया के दुरुपयोग के आधार पर लगाए थे और कहा था कि ये वे आधार हैं जिन पर भारत के पक्ष में निर्णय नहीं किया जाना चाहिए। पाकिस्तान के तर्क खारिज हो गए और अदालत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय तौर पर गलत काम करने का दोषी ठहराया।
साल्वे ने कहा कि हम पाकिस्तान से अपेक्षा करते हैं कि वह एक निष्पक्ष मुकदमे की गारंटी के लिए समुचित कानूनी उपाय करे। पाकिस्तान का आचरण दुनिया देख रही है और अगर वे एक और फर्जीवाड़ा करने का प्रयास करते हैं, तो हम फिर अंतरराष्ट्रीय अदालत का रुख करेंगे।