जयपुर। स्कूली छात्र-छात्राओं को टिकाऊ विकास के लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर जीवन में सक्रियता से अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य सेवर्ल्डव्यू एजुकेशन ने हार्वर्ड इंटरनेशनल रिलेशंस काउंसिल के साथ मिलकर हार्वर्ड मॉडल यूनाइटेड नेशंस इंडिया का आयोजन करने का फैसला किया है।
यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर एक चार दिवसीय सम्मेलन होगा, जिसे 12 से 15 अगस्त, 2018 तक हैदराबाद में हाई स्कूल स्टूडेंट्स के लिए आयोजित किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस के आठवें संस्करण की थीम होगी ‘एक्ट टू इम्पैक्ट’। इसमें प्रेरक प्रतिनिधि भाग लेंगे जो यहां सीखकर और अपनाकर वास्तविक दुनिया में अपने समुदाय में उसे लागू करने का काम करेंगे।
इस सालाना सम्मेलन में हाईस्कूल के प्रतिनिधि अंतरराष्ट्रीय महत्व की समस्याओं पर गंभीर चिंतन-मनन करते हैं और सबसे महत्वपूर्ण, समाधानों पर चर्चा करते हैं। ताकि अपने समुदायों में सकारात्मक बदलाव ला सके। इसका मुख्य फोकस यूनाइटेड नेशंस के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को हासिल करना है।
एचएमयूएन इंडिया एक एजुकेशन मिशन से ड्राइव होता है, जो क्रिटिकल थिंकिंग और कूटनीति की कला और सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालती है। इस पहल में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को उनके योगदान के लिए एचएमयूएन द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। हालांकि, सबसे प्रभावी एक्शन/ प्रोजेक्ट्स में से दो को 2019 में बोस्टन, यूएसए, में होने वाली सिस्टर कॉन्फ्रेंस एचएमयूएन 2019 में भाग लेने का मौका मिलेगा।
बोस्टन में आयोजित एचएमयूएन दुनिया के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित मॉडल संयुक्त राष्ट्र सम्मेलनों में से एक है। जनवरी के आखिरी हफ्ते में हर साल 50 से ज्यादा देशों के करीब 3,000 छात्र इस सम्मेलन में भाग लेते हैं।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुएवर्ल्डव्यू एजुकेशन के सीएमओआदित्य सोमा ने कहा कि वर्ल्डव्यू एजुकेशन द्वारा किए गए एक अध्ययन में 14 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 60 प्रतिशत प्रतिभागियों ने स्वीकार किया कि ‘स्टेट ऑफ द वर्ल्ड’ मुद्दे उनके लिए सबसे बड़ी चिंताओं में से एक है।
प्रतिभागियों ने महसूस किया कि नागरिक दुनिया को बेहतर स्थिति में ले जाने और वैश्विक समुदाय को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह एक विचार है और दुनियाभर की जेन जेड़ ऐसा ही सोचती है। यह युवा दिमाग वहां जाकर अपने समुदायों के लिए सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं। हमारा मानना है कि हमारी भूमिका उन्हें इस काम में सही अवसर, ज्ञान, कौशल और प्रेरणा देने की है।
हार्वर्ड आईआरसी एक ऐसा प्लेटफार्म है, जो डेलिगेट्स को दुनियाभर के बारे में गंभीरता से सोचने के साथ ही इन ग्लोबल मुद्दों के जवाब में संकल्पों का प्रारूप तैयार करने को प्रेरित करता है। इसी वजह से यह एक परफेक्ट सिनर्जी में दिखता भी है।
हमें एचआईआरसी के साथ मिलकर एचएमयूएन का आयोजन अपने देश में करने में बड़ी खुशी महसूस हो रही है। हम हमारे युवा छात्रों की पहलों के साथ ही टिकाऊ लक्ष्यों को हासिल करने की गति को बढ़ाना चाहते हैं।
अपने मिशन स्टेटमेंट को याद करते हुए, एचएमयूएन इंडिया की महासचिव और हार्वर्ड इंटरनेशनल रिलेशंस काउंसिल के निर्वाचित-प्रेसिडेंट एलिज़ा एनिस ने कहा कि एचएमयूएन इंडिया के साथ हमारा विजन छात्रों के सामने यह चुनौती रखना और उन्हें प्रेरित करना है कि वे सम्मेलन कक्ष से सीखी बातों को उसके बाहर भी लागू करें।
आज दुनिया के सामने जो जटिल मुद्दे खड़े हैं उनके समाधान तलाशने की कोशइश करें और बदलाव के लिए काम करें। इस साल हम गतिशील समितियों, असाधारण वक्ताओं और एचएमयूएन की सबसे चहेती परंपरा ‘इंडियाज गॉट टेलेंट’ के जरिये कॉन्फ्रेंस को सजीव बनाने के लिए तत्पर हैं।
अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक संघर्ष, बढ़ती वैश्विक असमानता और जलवायु परिवर्तन से प्रेरित प्राकृतिक आपदाएं कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनका समाधान एचएमयूएन के प्रतिनिधि निकालने की कोशिश करेंगे। इस वार्षिक सम्मेलन में 150 से ज्यादा स्कूलों के 1,500 से अधिक छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है।