नई दिल्ली। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के चयन में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी अनदेखी हुई है इसलिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर चुनाव समितियों से उन्हें मुक्त् करने का अनुरोध किया है।
तंवर ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पांच साल आठ माह तक हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उन्होंने पार्टी को मजबूत किया है और इसी का परिणाम है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत छह प्रतिशत और पिछले विधानसभा चुनाव में पांच प्रतिशत बढा। पार्टी ने उनके नेतृत्व में प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाई लेकिन चुनाव के समय उनकी अनदेखी की गई।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री तथा विपक्ष के नेता भूपेंद्रसिंह हुड्डा पर गुटबाजी करने का आरोप लगाया और कहा कि टिकटों के बंटवारे में जिस तरह से मनमानी और धांधली हुई है उससे लगता है कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अब ‘हुड्डा कांग्रेस’ बन गई है। उन्होंने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत स्थिति में पहुंचाया है टिकटों के बंटवारे में उनकी अनदेखी की गई।
तंवर ने कहा कि वह खुद बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि के हैं और उन्होंने इसी तरह के लोगों को आगे बढाने का काम किया लेकिन टिकटों के बंटवारे में जीतने वाले उम्मीदवारों को किनारे किया गया और जिन्होंने पांच साल तक पार्टी को कमजोर करने का काम किया उनको टिकट दिया गया है। उन्होंने कहा कि धांधली का आलम यह है कि कई लोगों ने टिकट मिलने की औपचारिक घोषणा होने से पहले ही नामांकन दाखिल कर दिया था।
यह पूछने पर कि बगावती तेवर के कारण पार्टी उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई कर सकती है, उन्होंने कहा कि वह लगातार मर्यादित होकर अपनी बात कह रहे हैं। पार्टी मुख्यालय के बाहर बुधवार को उन्होंने जो कुछ कहा वह साथी कार्यकर्ताओं की शिकायत थी। अगर पार्टी प्रमाण मांगेगी तो सबूत दिए जाएंगे।