नई दिल्ली। हरियाणा ने गुरुवार को समाप्त खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के पहले संस्करण में 38 स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया। महाराष्ट्र ने सबसे अधिक 111 पदक हासिल किए लेकिन वह स्वर्ण की दौड़ में हरियाणा से पिछड़ गया।
महाराष्ट्र ने 36 स्वर्ण जीते। दिल्ली 25 स्वर्ण के साथ तीसरे और कर्नाटक 16 स्वर्ण के साथ चौथे स्थान पर रहा। हरियाणा ने तालिका में महाराष्ट्र से एक स्वर्ण कम से गुरुवार की शुरुआत की लेकिन उसके मुक्केबाजों ने कुल 26 में से 10 स्वर्ण जीतते हुए पासा ही पलट दिया। हरियाणा ने विभिन्न खेलों में अंतिम दिन 15 स्वर्ण जीते।
केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर की मौजूदगी में मैसनाम मीराबाई ने बैडमिंटन फाइनल में 16-21, 21-14, 21-18 की जीत के साथ इन खेलों का अंतिम स्वर्ण पदक जीता। मणिपुर के मैसनाम ने फाइनल में उत्तर प्रदेश के आकाश यादव को हराया और इस खेल में श्रेष्ठ अंडर-17 खिलाड़ी बनकर उभरे।
बैडमिंटन में लड़कियों का एकल वर्ग का स्वर्ण मालविका बांसोद ने जीता। बांसोद ने महाराष्ट्र की आकर्षी कश्यप को 21-12, 21-10 से हराया।
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान को सबसे अधिक पार्टिशिपेशन की ट्राफियां दी गईं। खेल मंत्री ने हरियाणा को श्रेष्ठ राज्य की ट्राफी दी।
हरियाणा ने अंतिम दिन कुल 15 स्वर्ण जीते, जिनमें मुक्केबाजी में 10, जूडो में दो, तीरंदाजी, फुटबाल और हॉकी में एक-एक स्वर्ण शामिल हैं। हरियाणा ने 38 स्वर्ण के अलावा 26 रजत और 38 कांस्य पदक जीते। महाराष्ट्र को 36 स्वर्ण के अलावा 32 रजत और 42 कांस्य मिले।
इन खेलों में हरियाणा और महाराष्ट्र ही ऐसे दो राज्य रहे जिन्होंने 100 से अधिक पदक जीते। दिल्ली ने 25 स्वर्ण के अलावा 29 रजत और 40 कांस्य जीते। उसे कुल 94 पदक मिले।
कर्नाटक ने 16 स्वर्ण के अलावा 11 रजत और 15 कांस्य जीते जबकि मणिपुर ने 13 स्वर्ण, 13 रजत और आठ कांस्य के साथ कुल 34 पदक लिए और पांचवां स्थान हासिल किया। इसी तरह उत्तर प्रदेश ने 10 स्वर्ण, 24 रजत और 28 कांस्य के साथ कुल 62 पदकों के साथ छठा और पंजाब ने 10 स्वर्ण, पांच रजत और 20 कांस्य के साथ कुल 35 पदकों के साथ सातवां स्थान हासिल किया।
अंतिम दिन हरियाणा का जलवा रहा। उसके एथलीटों ने कुल 15 स्वर्ण, नौ रजत और 18 कांस्य जीते। इस तरह हरियाणा ने सिर्फ एक दिन में कुल 42 पदक जीते। महाराष्ट्र ने गुरुवार को 12 स्वर्ण, छह रजत और आठ कांस्य के साथ कुल 26 पदक जीते।
हरियाणा ने मुक्केबाजी में अपार सफलता के अलावा लड़कियों की हॉकी स्पर्धा में स्वर्ण जीता जबकि ओडिशा ने लड़कों का खिताब जीता। हरियाणा ने फुटबाल का भी स्वर्ण जीता। उसने मणिपुर को 5-4 से हराया। मिजोरम ने लड़कों के फाइनल में पंजाब को हराया।
हरियाणा को जूडो में भी स्वर्ण मिला। चार में से दो स्वर्ण हरियाणा को मिले जबकि उसके नाम चार कांस्य भी रहे। तीरंदाजी में हरियाणा ने चार में से एक स्वर्ण जीता और खेलों में अपने वर्चस्व को कायम रखा।