जींद/चंडीगढ़। वर्तमान लोकसभा चुनाव जात-पात का चुनाव नहीं है, यह धर्म मजहब का चुनाव नहीं है, यह चुनाव जींद जिला को आगे ले जाने के लिए है। सोनीपत में विरोधी प्रत्याशी ने मुझ पर जींद जिले की राजनीति करने की मुहर लगाई है जो मेरे लिए गौरव की बात है। मैं एक बार फिर टिकट लेकर आपके बीच आया हूं। यह बात आज जेजेपी एवं आप पार्टी के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह चौटाला ने जींद विधानसभा क्षेत्र के कंडेला गांव में चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कही।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जींद सोनीपत जिलों को हमेशा सियासी फायदे के लिए इस्तेमाल किया गया है और विकास के मामले में हमेशा इसे सौतेला व्यवहार किया गया है। जींद और सोनीपत जिलों को विकास के मामलों में शिखर पर पहुंचाने के लिए ही उन्होंने इस क्षेत्र को कर्मभूमि बनाया है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार को जींद और सोनीपत जिले से संघर्ष के दौर में भरपूर समर्थन हासिल हुआ है जिसे पूरी जिंदगी नहीं भुला सकते। जननायक जनता पार्टी के गठन में इन दोनों जिलों के लोगों ने भरपूर भागीदारी और समर्थन देकर हमें जिंदगी भर के लिए एहसानमंद कर दिया है।
जेजेपी प्रत्याशी ने कहा कि वह दूसरे नेताओं की तरह जींद और सोनीपत जिलों को अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए इस्तेमाल नहीं कर रहे बल्कि इन जिलों में अगले 50 साल तक सेवा करते हुए इनका कायाकल्प करने की इच्छा रखते हैं। दिग्विजय ने कहा कि इस क्षेत्र की सेवा करने के लिए हमने इसे कर्मभूमि बनाया है और यहां के लोगों ने भी लंबे समय से संघर्ष हमारा साथ निभाया है।
जेजेपी पार्टी की नींव जींद में ही रखी गई। दुष्यंत चौटाला जी की सोच है कि जींद को प्रदेश की राजनीतिक राजधानी के रूप में विकसित किया जाए। इसके लिए लोकसभा का चुनाव बहुत महत्व रखता है। यदि जेजेपी यहां से बड़ी बढ़त लेकर निकलेगी तो यह बहुत ही अहम होगी।
उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने सोनीपत में खुले मंच पर कहा है कि उसने केवल रोहतक का विकास किया है। यह बहुत ही निंदनीय है। राजा केवल एक ही जिला का नहीं होता। वह पूरे प्रदेश का होता है। जो भेदभाव करे वह राजा नहीं होता। ऐसे में भूपेंद्र हुड्डा को यहां वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है।
दिग्विजय ने कहा भूपेंद्र हुड्डा अपने निजी फायदे के लिए सोनीपत का सांसद बनना चाहते हैं और दो-तीन महीने बाद वह सोनीपत और जींद जिलों के लोगों की भावनाओं को ठोकर मार कर विधानसभा चुनाव लड़ने का काम करेंगे वह 5 साल जींद और सोनीपत जनों की सेवा करने की बजाय मौके और धोखे की सियासत कर रहे हैं।
अगर भूपेंद्र हुड्डा के मन में जींद और सोनीपत जिलों की सेवा करने की नियत होती तो वह किलोई हल्के से इस्तीफा देकर ही सोनीपत लोकसभा का चुनाव लड़ते लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया बल्कि आप लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए वह सोनीपत का चुनाव लड़ रहे हैं।
जेजेपी प्रत्याशी ने कहा कि वर्तमान सांसद रमेश कौशिक भी सिर्फ सांसद बनने के लिए यह चुनाव लड़ रहे हैं। उनका जींद और सोनीपत जिलों की बेहतरी से ने तो पहले कोई वास्ता था और ना ही वह इस इलाके के विकास के लिए आगे कुछ करने की मंशा रखते हैं। मैं जींद जिला की चौधर लाने के लिए आया हूं। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जो आदमी आपके सुख-दुख में आपके साथ ना खड़ा हो और आपसे मिलने भी नहीं आए तो ऐसे सांसद का क्या करना है। बीजेपी सांसद रमेश कौशिक ने कभी भी यहां के लोगों को सुध नहीं ली।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि कुछ लोग अब आएंगे और कौम की गुहार लगाएंगे। ऐसे लोग उस समय कौम याद क्यों नहीं आई जब चौटाला साहब को जेल हुई और जब हमारे युवाओं पर गोली चलाई थी उस समय कौम की बात करने वाले कहा थे। कौम की बात करने वाले जींद उपचुनाव के समय कहां थे। उस समय उन्होंने ना तो रणदीप सुरजेवाला के वोट डलवाए। उस समय तो उनका एक ही लक्ष्य था दिग्विजय को हराना है।
इसके लिए उन्होंने खुलकर खट्टर की मदद की। मेरे व मेरे परिवार के लिए आप ही सब कुछ हो। जिस दिन दुष्यंत शपथ लेगा उस दिन यह घोषणा हो जाएगी कि चंडीगढ़ नहीं जींद हरियाणा की राजधानी होगी। अपनी चौधर लाकर अपने जिला का हाथ पकड़ कर विकास करवाना है। कौम व जात का नारा देने वालों के बहकावे में आने से बचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोगों को सपने बेचने का काम किया। लोगों ने सोचा था कि मोदी एक मजबूत और “ठाडा आदमी” है और वह देश के लिए कुछ करेगा, लेकिन हुआ कुछ नहीं। मोदी सरकार ने लोगों को हर मोर्चे पर निराश करने का काम किया है। किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की। ना ही काला धन आया और ना ही किसी के खाते में 15 लाख आए।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि बीजेपी को तो केवल चुनाव के समय ही भगवान राम की याद आती है और बाकि समय उनको वनवास पर भेज देते हैं। उन्होंने कहा कि जो आदमी आपके सुख-दुख में आपके साथ ना खड़ा हो और आपसे मिलने भी नहीं आए तो ऐसे सांसद का क्या करना है। बीजेपी सांसद रमेश कौशिक ने कभी भी यहां के लोगों को सुध नहीं ली।
उन्होंने कहा कि रमेश कौशिक ने जींद और सोनीपत जिले का सांसद होने के बावजूद हमेशा उनकी अनदेखी की और उनका इस बार चुनाव लड़ने का इरादा भी नहीं था और इसीलिए उन्होंने क्षेत्र के विकास के बारे में न तो संसद में अ्आवाज उठाई और ना ही प्रदेश सरकार के साथ तालमेल रखा जिसके कारण जींद और सोनीपत जिले दोनों ही पिछले 5 साल में बदहाली के शिकार हो गए।