चंडीगढ़। सूर्यग्रहण के दौरान लोगों की सुरक्षा तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने और कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर रविवार शाम चार बजे तक कुरुक्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है।
इस वर्ष 21 जून को कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण पर बड़े स्तर के कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा रहा है। रविवार सुबह 10 बजकर 20 मिनट से दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक सूर्यग्रहण लगेगा और इसकी पूर्ण छाया कुरुक्षेत्र में पड़ेगी। कुरुक्षेत्र जिले के चारों तरफ नाकाबंदी की गई है और ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर के साथ-साथ अन्य सरोवरों पर बैरिकेटिंग के साथ नाकाबंदी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस वर्ष 21 जून को सुबह 10 बजकर 20 मिनट से दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक सूर्यग्रहण की पूर्ण छाया कुरुक्षेत्र में पड़ेगी। इस महामारी के दौरान कुरुक्षेत्र में सूर्य ग्रहण मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जाएगा। सभी लोग अपने-अपने घरों में बैठकर ही पूजा-अर्चना करेंगे।
कुरुक्षेत्र में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा लोगों के आवागमन को रोकने और कोरोना के संक्रमण से बचाव को लेकर शाम चार बजे तक कर्फ्यू लगाया जाएगा। पिहोवा सरस्वती तीर्थ के लिए भी सूर्य ग्रहण के समय सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है।
प्रवक्ता के अनुसार सूर्यग्रहण के समय ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर व अन्य सरोवरों पर दान देने और स्नान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिले में कुल 52 नाके लगाए गए है, अंतर जिला तथा अंतर राज्यीय और ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ बैरीकेड लगाने के साथ सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं तथा पुलिस गश्त जारी रहेगी ।सुरक्षा व्यवस्था पर 750 पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा लोकल पुलिस और एसएचओ की डयूटी लगाई गई है, जो पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि ब्रह्मसरोवर के वीवीआईपी घाट पर धार्मिक अनुष्ठान और पाठ का आयोजन किया जाएगा। कुरुक्षेत्र में 21 जून को सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर ब्रह्मसरोवर के वीवीआईपी क्षेत्र की तरफ गंगा घाट पर परम्परा अनुसार धार्मिक अनुष्ठान होगा और इसी के साथ ही शुभद्रा घाट पर पाठ का आयोजन किया जाएगा। इस धार्मिक अनुष्ठान और पाठ का आयोजन 1 बजकर 47 मिनट तक चलेगा।