सेंचुरियन। अपने बल्ले से दुनिया की हर टीम के गेंदबाजों के दिलों में खौफ जगाने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि उनके अंदर अभी आठ-नौ साल की क्रिकेट बाकी है।
बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कोहली ने भारत को दक्षिण अफ्रीका में 5-1 से पहली वनडे सीरीज जिताई। इससे पहले कोई भी भारतीय टीम इस जमीं पर सीरीज नहीं जीत सकी थी। कोहली ने अपनी कप्तानी में यह इतिहास रचा।
सीरीज के आखिरी मैच में बुधवार देर रात कोहली ने अपने करियर का 35वां शतक जमाया और मेजबान टीम को आठ विकेट से मात दी। कोहली ने इस मैच में 96 गेंदों में नाबाद 129 रन बनाए।
मैच के बाद कोहली ने कहा कि मेरे अंदर अभी आठ-नौ साल की क्रिकेट बाकी है और मैं हर दिन सर्वश्रेष्ठ करना चाहता हूं। यह अच्छी बात है कि मैं स्वास्थ हूं और अपने देश की कप्तानी कर रहा हूं। कोहली ने सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए पूरी टीम की तारीफ की है।
उन्होंने कहा कि टीम ने शानदार प्रतिबद्धता दिखाई। खासकर दोनों स्पिनरों ने। साथ ही शीर्ष क्रम में शिखर धवन और रोहित शर्मा ने। सीरीज हमारे लिए जिस तरह से गई वह हमारे लिए अच्छा संकेत है। हम टी-20 सीरीज के लिए तैयार हैं। यह दौरा अभी खत्म नहीं हुआ है।
कोहली ने कहा कि जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच के बाद टीम ने अपने आप को पूरी तरह से बदल दिया और यह सफलता उसी बदलाव की गवाह है।
उन्होंने कहा कि टीम के तौर पर हमें लगता है कि पहले दो टेस्ट मैचों में हमने सही मानसिकता के साथ नहीं खेला उसके बाद जोहान्सबर्ग में हमने तय किया कि हम अपने कदम पीछे नहीं लेंगे। भारतीय कप्तान ने कहा कि यह सीरीज जीतने के बाद उन्हें बेहद खुशी हो रही है
कोहली ने कहा कि वह वो दिन था जब मुझे बेहद खुशी हो रही थी। पिछले मैच में मैं सही तरह की मानसिकता में नहीं था। लाइट के अंदर बल्लेबाजी करने के लिए यह अच्छी जगह है। यही कारण था कि हमने पहले गेंदबाजी चुनी।
कोहली ने इस मैच में कुछ शानदार पुल शॉट लगाए। मेजबान टीम के गेंदबाज बार-बार उन्हें शॉर्ट गेंद दे रहे थे जिसका कोहली ने माकूल जबाव दिया।
इस पर कोहली ने कहा कि मैं शॉर्ट गेंद के लिए तैयार था। यह मेरे लिए अच्छी बात रही। वह लगातार शॉर्ट गेंद दे रहे थे। मेरा मानना है कि लाइट के दौरान पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी हो गई थी।