अजमेर। राजस्थान में अजमेर में स्थित सूफीसंत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की महाना छठी आज रस्मी तौर पर बड़ी शिद्दत और अकीदत के साथ परम्परागत तरीके से मनाई गई।
इसमें दूरदराज से आए हजारों जायरीनों ने शिरकत की। छठी की रस्म खुद्दाम-ए-ख्वाजा की ओर से दरगाह स्थित बेगमी दलान के सामने आहता-ए-नूर में छठी की फातिहा के साथ शुरु हुई। एक घंटे तक चले रस्मी जलसे में कुरान की तिलावत के अलावा ख्वाजा साहब की शान में नात एवं मनकबत पेश की गई।
शिजराख्वानी के बाद गरीब नवाज की शिक्षाओं का बखान किया गया। बाद में अंजुमन कमेटी की ओर से देश एवं विश्व से कोरोना महामारी से मुक्ति के साथ साथ खुशहाली, तरक्की और भाईचारे के लिए दुआ की गई।
छठी को देखते हुए कल शाम से ही अकीदतमंदों का अजमेर शरीफ पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। जायरीनों की भीड़ दरगाह परिसर के साथ ही दरगाह बाजार के साथ धानमंडी, दिल्लीगेट, गंज और महावीर सर्किल तक बनी रही।
राज्य सरकार द्वारा अजमेर में रात्रिकालीन कर्फ्यू के आदेशों के चलते अब तेजी से जायरीन छठी में शिरकत के बाद अजमेर छोड़ रहे हैं।