अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के गुरु हजरत ख्वाजा उस्मान हारुनी का उर्स शुक्रवार से शुरू होगा।
उर्स के मौके पर 30 मई शनिवार को परंपरागत तरीके से एकबार फिर जन्नती दरवाजा खोला जाएगा और दरगाह दीवान की सदारत में महफिल की रस्म होगी। इसके अलावा कुल की महफिल भी होगी। दरगाह और दरगाह क्षेत्र आज भी कर्फ्यू ग्रस्त होने के चलते दरगाह में जायरीनों का प्रवेश पूरी तरह निषेध रहेगा लेकिन उर्स की रस्मों के लिए पासधारक खादिम ही शिरकत कर सकेंगे।
प्रसंगवश, ईदुलफितर वाले दिन पासधारकों के अलावा अवैध तौर पर तीस लोगों के दरगाह में प्रवेश करने के मामले में नाजिम द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट के बाद दरगाह थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज को खंगालकर अवैध घुसपैठ करने वालों की पहचान की जा रही है।
दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने एक बयान में इस मामले में पुलिस पर ही सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि जब सड़क पर स्थित दरगाह निजामगेट से प्रवेश के समय पुलिस की पहरेदारी है तो फिर गैर पासधारक दरगाह में प्रवेश कैसे कर गए।