Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज में कथित रैगिंग,छात्रों का सिर मुंडवाया - Sabguru News
होम Breaking इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज में कथित रैगिंग,छात्रों का सिर मुंडवाया

इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज में कथित रैगिंग,छात्रों का सिर मुंडवाया

0
इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज में कथित रैगिंग,छात्रों का सिर मुंडवाया
heads of saifai medical college students shaved off in alleged ragging, video goes viral
heads of saifai medical college students shaved off in alleged ragging, video goes viral

इटावा। यूपी के इटावा में सैफई मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को कथित रैगिंग का मामला सामने प्रकाश में आया है और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें जूनियर छात्र सिर मुंडवाए कॉलेज परिसर में घूमते में नजर आ रहे हैं।

वायरल वीडियो में सिर मुंडवाए सभी छात्र कैंपस में एक लाइन से चलते दिख रहे हैं। उन्होंने सफेद ड्रेस पहन रखी है और कंधे पर बैग टांग रखा है। इसी वीडियो में एक नजारा ऐसा भी है, जब सभी छात्र झुककर सलाम करते हैं। अब देखना ये होगा कि इस मामले पर कॉलेज प्रशासन या सरकार क्या कार्रवाई करता है।

सैफई मेडिकल विश्वविद्यालय में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले 150 छात्रों के सिर मुंडवा दिए गए हैं। जब वे अपनी क्लास में आते हैं तो उन्हें सिर झुकाकर चलना होता है साथ ही हॉस्टल की तरफ दूर से ही झुककर प्रणाम करते हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। कुलपति ने रैगिंग को एक संस्कार बताया है। कहा कि अब रैगिंग नहीं होती है। यदि ऐसा यहां कोई मामला है तो एंटी रैगिंग टीम जांच करेगी।

सैफई में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापित है, जिसे मिनी पीजीआई भी कहा जाता है। यहां मेडिकल की पढ़ाई होती है। सत्र प्रारंभ हो गया है। मंगलवार को यहां एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र अलग ही अंदाज में नजर आए। सभी छात्रों के सिर मुंडवा दिया गया था। एक लाइन में चलते हुए छात्र अपनी क्लास में पहुंचे। इस दौरान उनके सिर झुके हुए थे। साथ ही हॉस्टल की तरफ जाते समय निश्चित दूरी पर झुककर हाथों से प्रणाम करते हुए भी नजर आए।

इस बीच कुलपति डॉक्टर राजकुमार से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने सिर मुंडवाने को एक संस्कार बताया। उन्होंने कहा कि रैगिंग हमारे समय में होती थी। हमारे सीनियर्स रैगिंग करते थे और पढ़ाई में पूरा सहयोग भी करते थे। विश्वविद्यालय में रैगिंग जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है। यदि किसी छात्र को कोई परेशानी है तो उसे एंटी रैगिंग कमेटी से शिकायत करनी चाहिए। उसका नाम एवं पहचान गोपनीय रखी जाएगी।