health minister Dr raghu sharma visits kekri assembly area
अजमेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा एवं सूचना व जनसम्पर्क मंत्री डाॅ. रघु शर्मा का मंत्री बनने के बाद केकड़ी विधानसभा क्षेत्र का दौरा यादगार बन गया। डाॅ. शर्मा ने क्षेत्रावासियों द्वारा प्रस्तुत समस्याओं पर हाथों हाथ एक्शन लेते हुए अधिकारियों को तुरन्त निराकरण के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा, चिकित्सा व्यवस्था, पेंशन, सरकारी आवास, रसद सहित अन्य योजनाएं आमजन को राहत देने के लिए है। इनमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी सजग रहकर समस्याओं का निराकरण के लिए काम करें।
मंत्री बनने के बाद डाॅ. रघु शर्मा के पहली बार केकड़ी विधानसभा में आगमन पर 150 से अधिक जगहों पर स्वागत किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है। हमने किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था। सरकार बनने के महज 10 दिनों के अन्दर हमनें यह वादा निभाया और किसानों का कर्जा माफ किया।
राज्य सरकार का फोकस आम आदमी, गांव, गरीब और पीड़ित व्यक्तियों को राहत पहुंचाना है। इसके लिए महात्मा गांधी नरेगा, विभिन्न पेंशन योजनाएं, इंदिरा आवास योजना, खाद्य सुरक्षा अभिनियम, निशुल्क जांच व दवा योजना प्रत्येक गांव, ढ़ाणी एवं शहरों तक सुलभ पेयजल व बिजली सहित अन्य योजनाएं लागू की गई है। अधिकारी यह तय कर लें कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक इन योजनाओं का लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा एक ऐसी योजना है जो ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार और जीवन का आधार देती है। हमारी कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण इस योजना के तहत लाभान्वित हो और उन्हें अधिकतम मजदूरी का भुगतान हों। पंचायतीराज और ग्रामीण विकास की अन्य योजनाओं से भी आमजन को लाभान्वित किया जाएगा। गांवों में विशेष अभियान के जरिए लोगों को राहत प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वृद्धास्था एवं अन्य पेंशन योजनाएं गांवों में गरीब लोगों की जरूरत और सम्मान से जुड़ी योजनाएं हैं, ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनका लाभ मिलेगा। इसी तरह खाद्य सुरक्षा अधिनियम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया जाएगा।
डाॅ.शर्मा ने कहा कि प्रत्येक गांव, ढाणी और शहरी क्षेत्रों तक पेयजल उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्य प्राथमिकता है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जनवरी से जून तक पेयजल संकट से निपटने के लिए अलर्ट रहकर काम करें। हम आगामी 20 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए। योजनाएं तैयार करेंगे। मार्च से जून तक पेयजल संकट से ग्रस्त इलाकों में टेंकरों के माध्यम से भी जलापूर्ति की जाएगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूरे प्रदेश में स्वाइन फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए वाॅर अलर्ट होकर काम कर रही है। हमने प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर भी टेमीफ्लू उपलब्ध कराई है। इसी तरह अन्य बीमारियों की भी रोकथाम के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ इंतजाम किए गए हैं। हम प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को समृद्ध करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। बड़े अस्पतालों पर से सामान्य बीमारियों के मरीजों का दबाव कम करने के लिए जिला व उपखण्ड स्तरों के अस्पतालों का भी सशक्तिकरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी कामों में भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे ईमानदारी और पारदर्शी के साथ काम करें। विद्युत विभाग को किसानों को ज्यादा से ज्यादा बिजली दिन के समय देने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह अन्य विभागों को भी आमजन को ज्यादा से ज्यादा राहत प्रदान करने के लिए कहा गया है। इस अवसर पर देहात अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह राठौड़ एवं सागर शर्मा, शक्ति प्रताप सिंह, हरीराम तोषनीवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
डाॅ. शर्मा ने की जिले के प्रभारी मंत्री से मुलाकात
प्रभारी मंत्री से मुलाकात चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री ने आज सरवाड़ के पास जिले के प्रभारी एवं खान मंत्री प्रमोद जैन भाया से संक्षिप्त मुलाकात की। दोनों ने जिले में विभिन्न कार्यक्रमों पर चर्चा की।
इधर समस्या, उधर समाधान
चिकित्सा मंत्राी डाॅ. शर्मा को केकड़ी दौरे के दौरान चिकित्सा, पेयजल, पुलिस, विद्युत एवं अन्य विभागों से संबंधित कई समस्याएं ग्रामीणों ने बताई, डाॅ. शर्मा ने अधिकारियों को तुरन्त निर्देश दिए की समस्याओं का तुरन्त निराकरण करें। विधानसभा क्षेत्रा में ज्यादातर गांवों और केकड़ी व सरवाड़ के लोगों ने पेयजल संकट से निजात दिलाने का आग्रह इस पर डाॅ. शर्मा ने जलदाय विभाग के आधिकारियों निर्देश दिए कि वे शीघ्र ही केकड़ी में एक बैठक आयोजित कर विधानसभा क्षेत्रा में पेयजल समस्या के निराकरण के लिए तुरंत योजना तैयार करें।
इसके तहत जनवरी से जून तक की आपातकालीन योजना एवं आगामी 20 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजना तैयार की जाएगी। बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। ग्रामीणों ने टांटोटी में सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र के भवन का निर्माण, सराना में रात्रि में स्टाफ की मौजूदगी, गोयना में विधायक कोष से स्वीकृत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण सहित अन्य समस्याएं बताई। इस पर डाॅ. शर्मा ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि अविलम्ब कार्यवाही की जाएं। इसी तरह अन्य समस्याओं के निराकरण के भी निर्देश दिए गए।
चिकित्सा मंत्री का 150 से अधिक जगह स्वागत
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा एवं सूचना व जनसम्पर्क मंत्री डाॅ. रघु शर्मा का क्षेत्र में 150 से अधिक स्थानों पर ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों ने डाॅ. शर्मा काफिले को रोक-रोककर भावभीना स्वागत किया। सुबह केबानिया में अभिनन्दन का शुभारम्भ हुआ। इसके पश्चात शोकलिया, टांटोटी, सराना, शेरगढ़, जोताया, गोयला, सातोलाव, खीरिया, फतेहगढ़ में अपार जन समूहों ने स्वागत किया। फतेहगढ़ में पंक्तिबद्ध ग्रामीणों ने एक-एक कर डाॅ. शर्मा का माल्यार्पण किया।
इसी प्रकार बिड़ला, हरपुरा, सरवाड़, स्यार, सांपला, सूंपा, भगवानपुरा, रामपाली, हिंगोनिया, लल्लाई, अजगरा, जूनियां, लसाड़िया, देवगांव, बघेरा, कणोज, सरसड़ी और केकड़ी में शानदार स्वागत किया गया। सरवाड़ कस्बे में 21 स्थानों पर तथा केकड़ी में 51 स्थानों पर पुष्पवर्षा के साथ मंत्राी बनने के बाद पहलीबार अभिनन्दन किया गया।
केकड़ी चिकित्सालय का निरीक्षण
चिकित्सा मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने रविवार को केकड़ी चिकित्सालय का निरीक्षण किया एवं इसे तीन महीने की समयावधि में जिला स्तरीय अस्पताल के रूप में विकसित करने के लिए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. गणपत राम पुरी को निर्देश प्रदान किए।
डाॅ. शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों को उनके नजदीक ही सम्पूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए केकड़ी चिकित्सालय को जिला स्तरीय अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें जिला स्तर पर उपलब्ध होने वाली समस्त सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
यहां 6 बिस्तरों की आपातकालीन यूनिट, आक्सीजन सप्लाई पाइप लाइन, ब्लड सेपरेशन यूनिट, ट्रोमा सेन्टर, दो अतिरिक्त वेन्टिलेटर तथा विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। यह समस्त सुविधाएं तीन माह के भीतर विकसित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए हैं।