अजमेर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह कमेटी की ओर से कायड़ विश्राम स्थली पर अस्थाई कोविड केयर सेंटर का जयपुर से वर्चुअल शुभारंभ किया।
शर्मा ने इस कार्य के लिए दरगाह कमेटी के प्रयासों की सराहना की। पहले केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को इसका उद्घाटन करना था लेकिन नेटवर्क कनेक्शन की तकनीकी कारणों से वे जुड़ नहीं पाए। नकवी ने भी अपने पैगाम में इंसानियत को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा सभी से सहयोग करने का आह्वान किया और कमेटी के प्रयासों की सराहना की।
अजमेर की कायड़ विश्राम स्थली पर दरगाह कमेटी की ओर से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में विधायक वासुदेव देवनानी एवं अनिता भदेल, जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, दरगाह दीवान के पुत्र नसीरुद्दीन चिशती सहित दरगाह कमेटी व अंजुमन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
दरगाह नाजिम अशफाक हुसैन ने जिला कलेक्टर को सेंटर का लिखित पत्र देते हुए जरूरत अनुसार उसके उपयोग लेने तथा वहां सुविधाओं से अवगत कराया। दरगाह कमेटी की ओर से पचास बिसतरो वाले इस कोविड केयर सेंटर में तीस ऑक्सीजन सिलेंडर, दस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पांच मल्टीपेरा मॉनिटर उपलब्ध कराए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि कायड़ विश्राम स्थली अजमेर से दस किलोमीटर दूर है और यह सेंटर ऐसे समय स्थापित किया गया है जब कोरोना के मरीज घट रहे हैं।
अजमेर में 140 बैड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध
जिला मुख्यालय पर कोविड का उपचार करने वाले राजकीय चिकित्सालयों में 140 बैड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध है। जेएलएन चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि जिला मुख्यालय पर जेएलएन चिकित्सालय, राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय आदर्श नगर तथा शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंचशील में कोरोना मरीजों का उपचार किया जा रहा है।
यहां गुरूवार को 140 बैड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध रहे। ये बैड उपाचरत मरीजों के डिस्चार्ज होने पर खाली हुए हैं। जेएलएन चिकित्सालय से 40, सैटेलाईट चिकित्सालय से 2 तथा पंचशील अरबन सीएचसी से एक मरीज डिस्चार्ज हुए।
उन्होंने बताया कि स्वंयसेवी संस्थाओं एवं भामाशाहों द्वारा चिकित्सालय को संसाधन उपलब्ध करवाने का क्रम जारी है। इसके अन्तर्गत चिकित्सालय को 30 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर स्वंयसेवी संस्था स्वच्छ फाउंडेशन से प्राप्त हुए तथा 30 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए गए।
अब चिकित्सालय में 160 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर मरीजों के लिए उपलब्ध हैं। इसी प्रकार राधास्वामी सत्संग की तरफ से 15 स्ट्रेचर ट्रोली मय गद्दा, 2 सक्शन मशीन, 10 ऑक्सीजन सिलेण्डर के रेगूलेटर, 15 डिजिटल बीपी मशीन एवं 15 पल्स ऑक्सीमीटर प्राप्त हुए है।
उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस (म्यूकर माइकोसिस) के मरीजों के उपचार के लिए जेएलएन चिकित्सालय में बर्न वार्ड को चिन्हित किया गया है। इस वार्ड में मरीजों की स्थिति पर पूर्ण निगरानी रखी जा रही है। चिकित्सालय में गुरूवार को 2 मरीज ब्लैक फंगस से संक्रमित पाए गए। चिकित्सालय द्वारा गठित टीम द्वारा उनका नियमित परीक्षण एवं इलाज किया जा रहा है।