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हिमाचल में भारी बारिश के कारण दो दिन सभी शैक्षणिक संस्थान बंद - Sabguru News
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हिमाचल में भारी बारिश के कारण दो दिन सभी शैक्षणिक संस्थान बंद

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हिमाचल में भारी बारिश के कारण दो दिन सभी शैक्षणिक संस्थान बंद

शिमला। हिमाचल प्रदेश में सरकार ने भारी बारिश के कारण 10 एवं 11 जुलाई को सभी शैक्षिणक संस्थान बंद करने का फैसला किया है। भारी बारिश से अधिकांश सड़कें, पुल और राष्ट्रीय राजमार्ग भी जलमग्न हो गए एवं भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई है।

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शिमला जिले की कुमारसैन तहसील में भूस्खलन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को प्रभावित परिवार को तत्काल राहत पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थान दो दिन बंद रहेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर कई स्थानों पर ब्यास नदी के फुटवॉल बह जाने से भारी नुकसान हुआ। नदी के किनारे खड़े छह वाहन भी डूब गए। ब्यास, सतलुज, रावी और चिनाब नदी उफान पर हैं।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मंडी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंडी-कुल्लू मार्ग वाया कटुला, हॉर्स-फार्म के पास कमांड के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। मंडी प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक रूप से यात्रा न करने की हिदायत दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब मौसम के पूर्वानुमान के मद्देनजर, राज्य सरकार ने सुरक्षा उपायों के लिए संबंधित जिला प्रशासनों को सतर्क कर दिया है और आम जनता को इसके बारे में जागरूक किया है।

उन्होंने लोगों से भी अपील की कि वे मौजूदा प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण नदियों और खड्डों के पास जाने से बचें और सतर्क रहें। उन्होंने जनता से जिला प्रशासन के साथ सहयोग करने और अधिकारियों द्वारा जारी सलाह का पालन करने का भी आग्रह किया।

ब्यास नदी के बीच बने टापू में फंसे सात लोग

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में नगवाईं अस्पताल के पास ब्यास नदी के बीच बने टापू में सात लोग फंस गए हैं। सातों लोग चट्टान के ऊपर पर खड़े हैं। राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीम मौके पर है। बताया जा रहा है यह सभी खेतों में काम करने वाले मजदूर हैं, जो नदी के बहाव के बीच फंस गए। नदी का बहाव दोनों तरफ से तेज होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है।

वहीं शिमला में पांच साल बाद जुलाई में एक दिन के दौरान झमाझम बारिश हुई है। 79 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है। इससे पहले साल 2018 में 118 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई थी। ऊना में वर्ष 1993 के बाद 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई है। वर्ष 1993 में 188 मिलीमीटर बारिश हुई थी। इस बार 166 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है।

तांगलिंग खड्ड में गिरने से पर्यटक की मौत

हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिला के तांगलिंग में घूमने आए एक पर्यटक की तांगलिंग खड्ड में गिरने से मौत हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार शाम वह दोस्त के साथ तांगलिंग खड्ड के पास से गुजर रहा था। इसी बीच अचानक कबीर का पांव फिसल गया गया और वह खड्ड में गिरा गया। बारिश के कारण खड्ड में जलस्तर बढ़ने के कारण वह खुद को संभाल नही सका और डूब गया। कबीर को पानी में डूबता हुआ देखकर दोस्त ने शोर मचाया।

पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान चंडीगढ़ के सेक्टर 38 पश्चिम डेडू मजार कॉलोनी मकान नंबर 91 निवासी कबीर सिंघानिया (46) के तौर पर हुई है। जानकारी के अनुसार कबीर सिंघानिया अपने एक दोस्त के साथ किन्नौर घूमने आए थे। स्थानीय लोगों ने बड़ी मुश्किल से कबीर को खड्ड से बाहर निकाला और उपचार के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ लेकर गए, लेकिन यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रिकांगपिओ थाना प्रभारी धनेश्वर ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में शव का पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। वहीं जिले में हो रही बारिश के चलते एसडीएम कल्पा एवं जिला पर्यटन अधिकारी शशांक गुप्ता ने किन्नर कैलाश और अन्य ट्रैकिंग स्थलों पर भी अगले आदेशों तक ट्रैकिंग करने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। उन्होंने पर्यटकों और ट्रेकरों को नदी नालों और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रेकिंग करने से बचने की सलाह दी है।