शिमला | हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मॉनसून की जोरदार बारिश होने से जहां तापमान में हल्की गिरावट आई है वहीं लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है लेकिन बारिश के कारण नदी-नालों के उफान पर होने के कारण राज्य में अनेक जगहों पर राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग तथा सम्पर्क मार्ग अवरूद्ध हो गये हैं जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।
मंडी के पास चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग(एनएच) पर पहाड़ी दरकने से यह मार्ग बाधित हो गया है। दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लगी है जिनमें अनेक पर्यटक भी शामिल है। इसके इलावा प्रदेश में लगभग चार दर्जन से अधिक सड़कें भूस्खलन और बाढ़ के कारण टूटने के कारण अवरूद्ध हो गई हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भूस्खलन से प्रदेश में 53 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है। इनमें से 36 सड़कें मंडी क्षेत्र और 17 सड़के शिमला क्षेत्र में बंद है जिसके कारण सेब बागवनों पर भारी असर पड़ा है। राज्य के ऊपरी हिस्सों में कई स्थानों पर सेब से लदे ट्रक खड़े हैं और इन्हें मंडियों तक पहुंचाने में दिक्कत आ रही है। हालांकि प्रशासन ने सड़कें बहाल करने के लिए दिन रात मशीनरी लगाई है।
राजधानी शिमला और इसके आसपास के इलाकों में बीती रात से ही रूक रूक कर बारिश का क्रम जारी है मौसम विभाग ने आज प्रदेश के अनेक स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की सम्भावना जताई है। राजधानी में शाम से लेकर अभी तक 60.6 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जबकि डलहौजी में 70 मिलीमीटर, धर्मशाला में 62.8 और जुब्बल हट्टी में 19 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है।