नैनीताल। उत्तराखंड के बागेश्वर में एक हेलीकाप्टर रविवार को कौतूहल का विषय बन गया। हेलीकाप्टर के मैदान में उतरने से अफरातफरी मच गई। पुलिस और प्रशासन भी सकते में आ गए। पुलिस ने तहकीकात की तो हेलीकाप्टर में बैठे लोगों की पुलिस से कहासुनी हो गई।
हेलीकाप्टर रविवार शाम को लगभग साढ़े चार बजे बागेश्वर जिला मुख्यालय के डिग्री कालेज स्थित मैदान में उतरा। हेलीकाप्टर एक निजी कंपनी आर्यन एविएशन का बताया जा रहा है। बताया जाता है कि हेलीकाप्टर में दो लोग बैठे थे।
डिग्री कालेज का मैदान उस समय बच्चों से भरा हुआ था। प्रत्यक्षदर्शी संतोष ने बताया कि कई दर्जन बच्चे उस समय मैदान में क्रिकेट और अन्य खेल खेल रहे थे। हेलीकाप्टर के उतरने से बच्चों में अफरातफरी मच गई। बच्चे इधर-उधर भागने लगे।
मामला देख आसपास के लोग भी मैदान की तरफ भागने लगे। कोतवाल टीआर वर्मा मौके पर पुलिसकर्मियों के साथ पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस ने जब तहकीकात शुरू की तो हेलीकाप्टर में बैठे लोग कोतवाल से झड़प करने लगे।
मौके पर काफी देर तक असमंजस की स्थिति बनी रही। इसके बाद पुलिस कर्मियों की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने भी इस घटना की पुष्टि की।
इस मामले में बागेश्वर के एसडीएम जयबर्द्धन ने बताया कि गुड़गांव स्थित आर्यन एविएशन कंपनी की ओर से आज बागेश्वर में हेलीकाप्टर लैंडिंग की अनुमति मांगी थी। उन्होंने बताया कि आज दोहपर ढाई बजे उनके पास लैंडिंग संबंधी पत्र आया था। उन्होंने आगे बताया कि कंपनी को हेलीकाप्टर लैंडिंग के लिए मौजूद प्रावधानों का पालन सुनिश्चत करने को भी कहा गया।
उन्होंने पुष्टि की कि आर्यन कंपनी का एक हेलीकाप्टर आज शाम बागेश्वर में उतरा है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि कंपनी की ओर से निश्चित और तय प्रावधानों का पालन नहीं किया गया है।
कंपनी को सशर्त लैंडिंग की अनुमति दी गई थी। पुलिस से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों से पता चला है कि निजी कंपनी का यह हेलीकाप्टर किसी मरीज को लेने के लिए बागेश्वर आया था।