रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवर दास के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने का निर्णय लिया है।
सोरेन ने आज यहां कहा कि मैं बदले की भावना के साथ काम नहीं करना चाहता। मैं सकारात्मकता में विश्वास करता हूं और इसी धारणा के साथ राज्य के लोगों के लिए काम करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव के समय का था, जो बीत गया। अब राज्य को नई दिशा देने का समय आ गया है।
झामुमो नेता ने कहा कि झारखंड को नई दिशा देने में केवल उनकी ही भूमिका नहीं होगी। वह तो केवल माध्यम हैं। इसमें पक्ष-विपक्ष दोनों की ही बहुत बड़ी भूमिका होगी। लड़ाई-झगड़े से केवल नुकसान ही होता है।
उन्होंने कहा कि कुछ विषयों को लेकर मैंने पूर्व मुख्यमंत्री दास पर मामला दर्ज करवाया था। अब हमने ये निर्णय लिया है कि इस मामले को आगे नहीं बढ़ाया जाए और इसे अविलंब समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
गौरतलब है कि सोरेन ने 19 दिसंबर 2019 को दुमका के अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) थाने में दास के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि दास ने मिहिजाम में एक चुनावी सभा में उनके नाम और जाति सूचक उपनाम को लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया है, जिससे उनकी प्रतिष्ठा धूमिल हुई। इसके छह दिन बाद बुधवार को मिहिजाम थाना पुलिस ने दास के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी।