नयी दिल्ली 18 नंबर :- प्रमुख डेयरी कंपनी हेरिटेज फूड्स ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और हरियाणा में ‘गोल्डन काऊ मिल्क’ गाय का दूध लाँच करने की घोषणा की है।
कंपनी की कार्यकारी निदेशक ब्राह्मणी नारा ने रविवार को यहां यह घोषणा करते हुये कहा कि अभी उत्तर भारत के 15,000 डेयरी किसानों के साथ काम कर रहे हैं और दिन में दो बार 1,000 से अधिक दूध संग्रहण केंद्रों से दूध एकत्रित किये जा रहे हैं। गाय के दूध की पेशकश के साथ उत्तर भारत में इसकी बढ़ती मांग का लाभ कंपनी उठाना चाहती है। यह कंपनी ताज़गी, सेहत और खुशी के अपने वादे को मज़बूती के साथ निभाने के लिए हरियाणा और राजस्थान के छोटे किसानों से गाय का दूध खरीद रही है।
उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करने के लिए नए और आधुनिक औद्योगिक तौर-तरीक़े अपनाये गये हैं। ग्रामीण दुग्ध संग्रहण केंद्रों और हेरिटेज फार्मर वेलफेयर ट्रस्ट के माध्यम से डेयरी किसानों को एक बेहतर जीवन जीने में मदद करने की कोशिश की जा रही है। कंपनी उत्पादन, भंडारण और वितरण के और अच्छे वैज्ञानिक तरीकों को विकसित करने के लिए अभिनवता में निवेश करना जारी रखेगी। आने वाले वर्षों में कंपनी नए उत्पादों को पेश करने और नए बाजारों में प्रवेश करने की भी योजना बना रही है।
उन्होंने कहा कि एक साल पहले रिलायंस डेयरी के अधिग्रहण के साथ कंपनी ने उत्तर भारत के बाज़ारों में दूध और दूध के उत्पादों का अच्छा ग्राहक आधार हासिल किया है। एक वर्ष के भीतर हेरिटेज ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और पंजाब में अपना संयंत्र लगाकर उत्तर भारत में 50 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। आज कंपनी के हेरिटेज दही जैसे उत्पाद प्रमुख उत्पाद हैं।
गोल्डन काऊ मिल्क की पेशकश के साथ कंपनी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और हरियाणा के बाज़ार में 8 लाख लीटर से अधिक मौजूदा गाय के दूध की बिक्री में अच्छी बढ़ोत्तरी हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। हेरिटेज फूड्स की 18.71 लाख लीटर प्रति दिन की शीतन क्षमता, 25.70 लाख लीटर प्रति दिन की प्रसंस्करण क्षमता और 17.15 लाख लीटर प्रति दिन की पैकेजिंग क्षमता है। कंपनी ताजा दूध, दही, छाछ, लस्सी, आइसक्रीम, पनीर, मक्खन, दूध पाउडर, स्वादयुक्त दूध, यूएचटी दूध, और डेयरी व्हाइटनर सहित डेयरी उत्पादों की श्रृंखला का उत्पादन और विपणन करती है। हेरिटेज की आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, ओडिशा, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में उपस्थिति है।