लखनऊ। सुप्रीमकोर्ट में एसी-एसटी एक्ट के तहत शीघ्र गिरफ्तारी पर रोक और अग्रिम जमानत जैसे प्रावधान हटाए जाने के संबंध में दायर पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित करते हुए संवेदनशील जिलों के चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए है।
भारत बंद के दौरान सोमवार को उत्तर प्रदेश में व्यापक पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन हुए थे। हिंसक प्रदर्शन के दौरान मुजफ्फनगर और मेेरठ में दो लोगों की मृत्यु हो गई थी तथा 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने दावा किया है कि इस मामले में 500 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसक प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए 200 लोग मेरठ के हैं।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आनन्द कुमार ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आज आए निर्णय के बाद सूबे में सतर्कता बढ़ा दी गई है। हाई अलर्ट जारी है। आठ कम्पनी रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई है।
रिजर्व में रहने वाली आठ कम्पनी पीएसी को भी विभिन्न स्थानों पर तैनात कर दिया गया है। प्रशिक्षण ले रहे दो हजार सिपाहियों की भी डयूटी लगा दी गई है। सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों से स्थिति पर कड़ी नजर रखने के आदेश दिए गए हैं।
हिंसक प्रदर्शन के दौरान कल एक व्यक्ति की मृत्यु फिरोजाबाद में होने की भी सूचना है, लेकिन अधिकृत रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
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