नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली 3 दिन से हिंसा में जल रही है। केजरीवाल सरकार हो चाहे पुलिस प्रशासन या केंद्र की सरकार सभी कह रहे हैं कि दिल्ली में स्थित शांतिपूर्ण है। लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट इस बात को मानने को तैयार नहीं है। आज तीसरे दिन भी दिल्ली के हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बुधवार तक दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 22 तक पहुंच गई है। दिल्ली हिंसा के मामले में हाईकोर्ट ने आज एक बार फिर से सुनवाई की है।
आज सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा है कि दिल्ली को दूसरी बार 1984 नहीं बनने देंगे। यहां हम आपको बता दें कि वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दंगे हुए थे, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को भी फटकार लगाते हुए भाजपा नेता का वीडियो भी दिखाया है।
हिंसा में मरने वालों को मुआवजा दे दिल्ली सरकार
दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार को आदेश देते हुए कहा है कि हिंसा के दौरान मरने वालों को मुआवजा देने के लिए सुनिश्चित करें। हाई कोर्ट ने कहा कि जल्द से जल्द संवैधानिक पदाधिकारियों को क्षेत्र का दौरा करना चाहिए। आपको आश्वस्त होना चाहिए कि आप कहीं भी रहें आप सुरक्षित रहेंगे। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि हम अभी भी 1984 के पीड़ितों के मुआवजे के मामलों से निपट रहे हैं, ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए। नौकरशाही में जाने के बजाय लोगों की मदद होनी चाहिए। इस माहौल में यह बहुत ही नाजुक काम है, लेकिन अब संवाद को विनम्रता के साथ बनाये रखा जाना चाहिए।
दिल्ली की हिंसा पर सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
दिल्ली में जारी तीन दिन से हिंसा पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केन की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है। सोनिया गांधी ने दिल्ली में फैली हिंसा के लिए सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार बताया और उनसे तुरंत इस्तीफा देने को कहा। सोनिया गांधी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार भी शांति सदभाव बनाए रखने में विफल रही है।
दोनों सरकारों की जिम्मेदारी निभाने में विफलता के कारण देश की राजधानी में ऐसे हालात बने हैं। कांग्रेस पार्टी लोगों को शांति बनाए रखने की अपील करती है। आपको बता दें कि दिल्ली में फैली हिंसा को लेकर कांग्रेस पार्टी गुरुवार को एक पीस मार्च भी निकालने जा रही है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार