शिमला। हिमाचल प्रदेश में शिमला जिले के रोहड़ू में एक कार खाई में गिरने से चार लोगों की मौत हो गई।
ये चारों एक ही गांव के बताए गए हैं और रात को शादी समारोह से अपने घर लौट रहे थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात रोहड़ू क्षेत्र के गांव छुपाडी के पास एक गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क से करीब 150 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में गाड़ी में सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने मृतकों की पहचान देविंदर देवेंद्र अत्री (48), त्रिलोक राक्टा (35), आशीष (28) और कुलदीप (35) भोलाड़ जुब्बल गांव के रूप में हुई है। हादसे के दौरान सभी गांव समोली में शादी समारोह से अपने घर लौट रहे थे। हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस छानबीन कर रही है।
वीरवार सुबह हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शवों को खाई से निकाला। डीएसपी रोहडू चमन कुमार ने हादसे की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। वाहन में चार लोग ही सवार थे और इन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
जंगल की आग बुझाते वनकर्मी की मौत
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में जंगल की लगी आग को बुझाने के दौरान गत दिवस एक वनकर्मी की मौत हो गई।
नाजुक हालत में वनकर्मी को उत्तराखंड के निजी अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वहां वनकर्मी ने उपचार से पहले ही दम तोड़ दिया।
आज यहां प्राप्त जानकारी के अनुसार फॉरेस्ट रेंज कफोटा के तहत जामना बीट में तैनात वनकर्मी कल्याण सिंह ड्यूटी पर तैनात था। शरारती तत्वों ने जामना के नजदीक जंगलों में आग लगा रखी थी। वनकर्मी कल्याण सिंह आग पर काबू करने का प्रयास कर रहा था। इसी बीच वनकर्मी का पांव फिसल गया, इस कारण पत्थर पर उसका सिर लग गया और उसे सिर में गहरी चोट आयी।
स्थानीय लोगों की मदद से वनकर्मी को आनन-फानन में उत्तराखंड के निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह उपचार से पहले ही जिंदगी की जंग हार गया। बाद में वनकर्मी के शव को पांवटा साहिब अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लाया गया।
विभाग के अधिकारी ने बताया कि जंगल में लगी आग को बुझाने के दौरान हादसा हुआ था। पांव फिसलने के बाद सिर में चोट लगी, इस कारण वनकर्मी की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।