शिमला। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित कार्यालय को बीएमसी द्वारा तोड़े जाने के विरोध में हिमाचल प्रदेश में लोग उनके समर्थन में सड़कों पर उतरे और राज्य भर में जोरदार प्रदर्शन किया।
शिमला सहित सोलन, सिरमौर, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर और कांगडा में भाजपा महिला मोर्चा और भाजपा कार्याकर्ताओं ने कंगना का घर तोड़ने की निंदा की और शिवसेना के खिलाफ नारेबाजी की। इसके साथ ही शिमला में महिला मोर्चा ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजा।
शिमला में भाजपा महिला मोर्चा और विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने मिल कर महाराष्ट्र सरकार और कांग्रेस के खिलाफ धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की। महिलाओं ने कहा कि कंगना रनौत हिमाचल की बेटी है।
प्रदेश की सभी महिलाएं और लोग कंगना के साथ खड़े है। कंगना का ऑफिस तोडना गैर कानूनी है क्योंकि 30 सितंबर तक महाराष्ट्र में तोड़-फोड़ करना प्रतिबंधित है फिर भी कंगना का दफ्तर तोड़ा गया।
भाजपा महिला मोर्चा कि प्रदेश महामंत्री शीतल व्यास ने कहा कि कंगना ने अभिनेता सुशांत राजपूत हत्या मामले से लेकर ड्रग्स को लेकर आवाज बुलंद की है इसलिए महाराष्ट्र सरकार ने इस तरह की कायराना हरकत की है। शिवसेना शेरों की पार्टी कही जाती है लेकिन जो घटना हिमाचल की बेटी के साथ की गई है उससे घटिया हरकत और क्या होगी।
कुल्लू में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिवसेना के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया। बिलासपुर में करणी सेना कंगना के पक्ष में उतर गई है। करणी सेना ने संजय राउत का पुतला जलाकर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कंगना के समर्थन में चंबा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एडीसी मुकेश रेसवाल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
मोर्चा हिमाचल की अध्यक्ष जो पहले ही कंगना के घर तोड़ने के बदले प्रियंका गांधी के शिमला में घर तोड़ने की धमकी दे चुकी हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जो महिला के अधिकारों और सुरक्षा की दुहाई देती है वह पूरे मामले को लेकर चुप है।
महिला मोर्चा ने कंगना के साथ हुई इस घटना के लिए उद्धव ठाकरे, संजय राउत और राहुल गांधी को चूड़ियां भेजी हैं और चेतावनी दी कि यदि शिवसेना अपनी हरकतों से बाज नहीं आयी तो हिमाचल से हजारों महिलाएं महाराष्ट्र जाकर शिवसेना के दफ्तर का घेराव करेंगी।