हिंदी दिवस 2019: भारत में हर साल हिंदी दिवस 14 सितंबर को सेलिब्रेट किया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इसी दिन भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी भाषा को भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया था।
क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस –
संविधान के आर्टिकल 343 में हिंदी भाषा को आधिकारिक भाषा के तौर पर अपनाने का उल्लेख मिलता है। हर साल विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने साल 2006 में की थी। भारत के लोग इस दिन को और खास बनाने के लिए स्कूल-कॉलेज और कार्यालय में कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इसी खुशी में हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है। इसके अलावा भारतवासियों के मन में जागरूकता पैदा करने के लिए और हिंदी का प्रचार-प्रसार करने के लिए भी हिंदी दिवस मनाया जाता है।
हिंदी को बढ़ावा देने प्रयास –
हिंदी दिवस को बढ़ावा देने के लिए हमारी भारत सरकार ने कई कार्यक्रम भी चलाएं हैं। स्कूल-कॉलेजेज में छात्र हिंदी दिवस को बेहद धूम-धाम से मनाते हैं और अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन भी करते हैं। हिंदी भाषा को दुनियाभर में और बढ़ावा देने के लिए हमारे देश के नेता विदेशों में जाकर हिंदी में भाषण भी देते हैं। हमारी सरकार के प्रयासों के कारण हिंदी भाषा की महत्व और अधिक बढ़ती जा रही है।
हिंदी भाषा की स्थिति –
देश का पहला राज्य बिहार था जिसने हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा के तौर पर अपनाया था। हालांकि इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि भारत में अंग्रेजी बोलने वाले लोग बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन आज भी देश में हिंदी बोलने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। उत्तर भारत के कई राज्य में आज भी हिंदी का महत्व अधिक है और इस भाषा को लोग अधिक बोलना पसंद करते हैं। बिहार, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और झारखंड- इन राज्यों में आज भी हिंदी ज्यादा बोली जाती है।