पणजी। गोवा राज्य के वागातोर में हो रहे ‘सनबर्न क्लासिक’ इलेक्ट्रोनिक डान्स महोत्सव में 27 दिसम्बर को दो युवकों की संदेहास्पद स्थिति में मृत्यु अमली पदार्थों के अति सेवन से होने का संदेह जताया जा रहा है।
हिन्दू जनजागृति समिति का कहना है कि ‘सनबर्न’ महोत्सव केवल युवकों की बलि ही नहीं ले रहा है बल्कि परशुराम की भूमि को कलंकित कर रहा है। गोवा की प्रतिमा पर काला धब्बा लगा रहा है। इससे पूर्व भी इसी तरह दो लड़कियों की मौत हुई थी। ‘सनबर्न फेस्टिवल’ और कितने बलि लेगा यह सवाल समिति के गोवा राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोळंकी ने उठाया है।
दोषियों पर कार्यवाही करने का आश्वासन
हिन्दू जनजागृति समिति ने सनबर्न क्लासिक महोत्सव पर प्रतिबंध लगाए जाने तथा युवकों की मौत के मामले में कार्यवाही की मांग मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत से की। मुख्यमंत्री ने दोनों युवकों की मृत्यु मामले में गहन पूछताछ, दोषी पाए जाने वालों पर कठोर कार्यवाही करने का आश्वासन हिन्दू जनजागृति समिति के गोविंद चोडणकर और राहुल वझे को दिया।
‘सनबर्न फेस्टिवल’ में इससे पूर्व भी अमली पदार्थों के अति सेवन से दो युवतियों की मृत्यु हुई थी। अमली पदार्थों का सेवन और बिक्री होना इससे पहले भी सामने आया था। इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति ने सनबर्न फेस्टिवल को अनुमति न दिए जाने की पूर्व में भी मांग उठाई, आंदोलन किए, लेकिन इस फेस्टीवल पर सरकार ने रोक नहीं लगाई।
दो युवकों की मृत्यु अमली पदार्थों के अति सेवन से होना पुलिस ने फिलहाल नहीं मान रही। समिति का मत है कि इस प्रकरण को दबाए जाने की संभावना है। यदि पुलिस ने निष्पक्ष जांच नहीं की तो इस प्रकरण को कोर्ट तक ले जाने में समिति पीछे नहीं हटेगी।