जयपुर। पत्रकारों का सीधा संबंध राष्ट्रजीवन से आने से समाज और राष्ट्र की दृष्टि से पत्रकारों का दायित्व महत्त्वपूर्ण माना जाता है। कोरोना महामारी की पार्श्वभूमि पर समाज में निर्माण हुई तनाव की स्थिति में पत्रकारों को भी आर्थिक समस्या, मानसिक तनाव का सामना करना पड रहा है। ईश्वर के स्मरण से आत्मिक बल जागृत होता है और मन सकारात्मक होकर तनाव से बाहर आ सकते हैं।
लोकतंत्र के इस चौथे स्तंभ से साधना द्वारा आत्मबल जागृत कर नए भारत के निर्माण के लिए योगदान दें। ये विचार सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से 25 जुलाई को ‘वर्तमान कालीन स्थिति में पत्रकारों में बढता तनाव और उपाय योजना’ इस विषय पर पत्रकारों के लिए आयोजित की हुई ’ऑनलाईन पत्रकार संवाद’ में व्यक्त किए।
इस कार्यक्रम के लिए नई दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश, ओडिशा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बंगाल और छत्तीसगढ राज्य से 54 पत्रकार-संपादक सम्मिलित हुए थे।
इस विषय में मार्गदर्शन करते हुए राजहंस ने कहा कि अनुकूल परिस्थिति को मन तुरंत ही स्वीकारता है परंतु प्रतिकूल परिस्थिति तुरंत नहीं स्वीकारता। परिस्थिति तनावयुक्त नहीं होती, अपितु व्यक्ति अपने गुण-दोषों के अनुसार उस प्रसंग की ओर किस दृष्टि से देखता है, इससे तनाव कीपरिस्थिति निर्माण होती है। स्वयंसूचना का उपयोग कर, इस तनाव की परिस्थिति से बाहर आ सकते हैं।
अपने जीवन के तनाव से बाहर आने के लिए प्रथम अपने में स्वभावदोष कौन-से हैं, यह समझना आवश्यक है। स्वभावदोषों के कारण शारीरिक और मानसिक रोग भी निर्माण होते हैं। चिंता करने का स्वभाव होगा, तो रक्तदाब, पित्त, निद्रानाश जैसे शारीरिक विकार और निराशा, व्यसन जैसे मानसिक विकार हो जाते हैं। स्वयं सूचना देकर हम इस तनाव से बाहर आ सकते हैं। स्वयं सूचना सहित नामजप जैसे आध्यात्मिक उपाय करने पर ईश्वर की कृपा हम पर होती है। संकटकाल में ईश्वर की कृपा महत्त्वपूर्ण है। ईश्वर के स्मरण से सकारात्मक ऊर्जा निर्माण होती है और हम संकट से बाहर आ सकते हैं।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश एवं राजस्थान राज्य के प्रवक्ता आनंद जाखोटिया ने इस कार्यक्रम की प्रस्तावना तथा सूत्रसंचालन किया। हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्वोत्तर भारत समन्वयक शंभू गवारे और सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने इस अवसर पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए विविध प्रश्नों के उत्तर देकर उनका शंका समाधान किया।