अजमेर। पाश्चात्स संस्कृति के नए साल के इतर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 2 अप्रेल से प्रारम्भ होने जा रहे भारतीय नववर्ष विक्रमी संवत 2079, युगाब्द 2024 के स्वागत एवं शुभारम्भ के अवसर पर अजमेर शहर में विविध प्रकार के आयोजन सम्पन्न किए जाएंगे। नवसंवत्सर को लेकर शहर में तैयारियां शुरू हो गई है।
भारतीय नववर्ष के कार्यक्रमों की भव्यता तथा इस मौके पर नवसंवत्सर समिति अजयमेरू की ओर से होने वाले कार्यक्रमों के बारे में शनिवार को रसोई बैंक्वेट हॉल स्वामी कॉम्पलेक्स में समिति के संरक्षक सुनील दत्त जैन ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि भारतीय नववर्ष का वैज्ञानिक, सांस्कृतिक, धार्मिक तथा प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्व है।
हिन्दू समाज में जन्म, विवाह, उत्सव, तीज-त्यौहार से लेकर मृत्यु तक में इसी कैलेण्डर का उपयोग किया जाता है। अतः भारतीय नववर्ष सम्पूर्ण समाज के लिए एक विशिष्ट दिवस है। इसीलिए प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी इसके स्वागत की तैयारी के लिए सम्पूण समाज कर रहा है नवसंवत्सर समिति ने भी इस संबंध में समिति की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
इस अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देते हुए समिति के अध्यक्ष निरंजन शर्मा ने बताया कि भारतीय नववर्ष के महत्व के बारे में भावी पीढी भी अवगत हो सके इस उद्देश्य से विचार गोष्ठियों का प्रारम्भ हो गया है। आगामी 4 अप्रैल तक स्कूलों, संस्थानों में सहयोगी संगठनों तथा सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से 50 गोष्ठियां सम्पन्न होंगी।
नववर्ष के स्वागत के लिए शहर के सभी मंदिरों की ध्वजा परिवर्तन एवं सभी घरों एवं प्रतिष्ठानों में भगवा पताका लगाने का कार्य बडे पैमाने पर किया जा रहा है। इस मौके पर हर घर में यज्ञ, हवन, पूजन हो यह सभी से आग्रह रहेगा।
नववर्ष की पूर्व संध्या पर 1 अप्रैल 2022 को शाम 6 बजे से नगर निगम के साथ मिलकर रीजनल कालेज के सामने आनासागर चौपाटी पर विक्रम मेले का आयोजन किया जाएगा।
मेले के दौरान शहर के प्रमुख ब्रांस बैंडस् के बीच वादन प्रतियोगिता होगी। श्रेष्ठतम बैंड को पुरुस्कृत किया जाएगा। रंगोली एवं मांडना प्रतियोगिता में प्रतिभागी शिरकत करेंगे। इसी क्रम में नवसंवत्सर के प्रसंगों तथा स्वराज-75 पर आधारित झांकियों की स्पर्धा होगी।
मुख्य आकर्षण लाईट सज्जा एवं आतिशबाजी, दीपदान, सम्राट पृथ्वीराज चौहान की बड़ी सैड़ आर्ट रहेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे भजन, शास्त्रीय संगीत, घुमर नृत्य आदि का दर्शक आनंद ले सकेंगे। बच्चों के लिए विविध प्रकार के झूलों की निशुल्क व्यवस्था रहेगी। विक्रम मेले में अजमेर शहर के कई कुटीर उद्योगों के उत्पाद प्रदर्शनी एवं विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे। कोरोना कालखंड में अपनी उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले समाज बंधुओं तथा संस्थाओं का भी सम्मान भी मेले में किया जाएगा।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 2 अप्रेल को सूर्य की प्रथम किरण का स्वागत शास्त्रीय धुनों के वादन के साथ होगा। इसके लिए मित्तल हॉस्पीटल के सामने बर्डस पार्क में संस्कार भारती के कलाकार प्रस्तुति देंगे। नवसंवत्सर के स्वागत में अजमेर के प्रमुख चौराहों की सज्जा की जाएगी साथ ही इन चौराहों से आने-जाने वाले अजमेरवासियों को शुभकामनाएं देने के लिए 30 से अधिक सामाजिक संगठनों ने तैयारी की है।
उपस्थित संत शक्ति ने आमजन से आग्रह किया है कि वे भारतीय नववर्ष की पूर्व संध्या पर अपने घरों पर दीप जलाएं एवं घरों पर भगवा पताका लगाएं तथा शंख, घंटे आदि का नाद कर नववर्ष का अंभिनंदन करें।
इस मौके पर अनादि पीठ चित्त योग संस्थान की अनादि सरस्वती, रामस्नेही संप्रदाय के उत्तम शास्त्री, रसिक मंदिर के श्याम सुंदर शरण महाराज, राष्ट्र सेविका समिति की मीनीषी इंदौरिया, विहिप के शशि प्रकाश, लेखराज सिंह आदि उपस्थित थे। प्रेस वार्ता का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन समिति के सहमंत्री भूपेन्द्र उबाना ने किया।