धर्म शिक्षा एवं आचरण से हो हिन्दू धर्म एवं संस्कृति की रक्षा : चारुदत्त पिंगले
अजमेर। आज लव जिहाद, लैंड जिहाद, धर्म परिवर्तन ऐसे अनेक षड्यंत्र में हिंदू समाज को प्रताड़ित किया जा रहा है। हिंदू अपने ही देश में असुरक्षित हो गया है। यदि हिंदू समाज धर्म शिक्षा लेकर धर्म का आचरण करता है, तो वह स्वयं की रक्षा के साथ-साथ हिंदू धर्म और संस्कृति की भी रक्षा कर पाएगा। इसी जागृति के लिए हिंदू जनजागृति समिति की ओर से पूरे देश में हिंदू राष्ट्र संपर्क अभियान का प्रारंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत प्रदेश की राजधानी जयपुर के बाद बुधवार को समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगले अजमेर पहुंचे।
अजमेर के नाथजी की बगीची में दर्शन कर उन्होंने वहां हिंदुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं से संवाद किया। इसके बाद शास्त्री कॉलोनी में आयोजित एक व्याख्यान को उन्होंने संबोधित किया। उन्होंने बताया कि सभी समस्याओं का एक ही समाधान है भारत को संवैधानिक रूप से हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए।
उन्होंने कहा कि विश्व में हिंदुओं का एक भी देश नहीं है। धर्म के आधार पर विभाजन होने के बाद स्वतंत्रता के पश्चात भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना आवश्यक था। देश में आपातकाल के समय और संवैधानिक रूप से इस देश को सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) बनाया गया। इस कारण आज हिंदू ना अपने मंदिरों का धन धर्म हित के लिए उपयोग कर पा रहा है। ना ही बच्चों को पाठशाला के माध्यम से अपने धर्म संस्कृति की शिक्षा दे पा रहा है। यह स्थिति बदलने के लिए हिंदू राष्ट्र अत्यंत आवश्यक है।
भंवरसिंह राठौड़ के सान्निध्य में अजमेर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित संपर्क कार्यक्रम में हिंदू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक आनंद जाखोटिया, आशा राठौड़, राजेंद्रसिंह शेखावत, गोविंद कंवर, हुकुमसिंह विनोद कंवर, भीमसिंह राठौड़, राजेंद्र सोनी, दयाशंकर शर्मा समेत अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। संपर्क अभियान के अंतर्गत सद्गुरु डॉ. पिंगले भीलवाड़ा, उदयपुर, नाथद्वारा, देसूरी, सोजत रोड, जोधपुर आदि क्षेत्रों का प्रवास करेंगे।