इस्लामाबाद। पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के लोगों ने नवाबशाह में जरदारी हाउस के सामने एक हिंदू लड़की के अपहरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने हालांकि दावा किया कि लड़की एक मुस्लिम लड़के के साथ भाग गई थी और वह कथित रूप से उस लड़के से प्यार करती है और उसने कराची की एक अदालत में उसके साथ निकाह के लिए संपर्क किया है।
वहीं, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। छह दिन पहले काजी अहमद शहर के उन्नार मोहल्ला से इस लड़की को कथित तौर पर अगवा कर लिया गया था।
नवाबशाह के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमीर सऊद मगसी ने कहा कि लड़की का अपहरण नहीं हुआ है और मीर मोहम्मद जोनो गांव के खलील रहमान जोनो के साथ भाग गई है और कराची की एक अदालत में उससे निकहा किया गया है।
उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता सुंदरमल की शिकायत पर धारा 365-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज होने के बाद खलील के पिता असगर जोनो को गिरफ्तार किया गया है। प्राथमिकी में खलील और उसके पिता असगर का नाम है।
एसएसपी ने कथित तौर पर करीना और खलील रहमान जोनो का एक निकाहनामा साझा किया और कहा कि लड़की को सिंध उच्च न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां उससे पूछा जाएगा कि वह किसके साथ रहना चाहती है।
उधर, हिंदू पंचायत उपाध्यक्ष लाजपत राय ने एसएसपी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है, लेकिन अपहृत लड़की को नहीं छुड़ा रही है। हिंदू समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से मुलाकात की, लेकिन उन्होंने उनकी मदद नहीं की।
पंचायत के एक अन्य नेता मनोमल ने कहा कि अपहृत लड़की पर धर्म परिवर्तन का दबाव है और उसे किसी अदालत में पेश नहीं किया जा रहा है। उन्होंने जरदारी से लड़की की बरामदगी में हिंदू समुदाय की मदद करने की अपील की गई है।
प्रदर्शनकारी जब जरदारी हाउस के पास पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें पूर्व राष्ट्रपति के आवास की ओर बढ़ने से रोक दिया। बाद में प्रदर्शनकारियों को लड़की को अदालत में पेश करने के आश्वासन पर धरना समाप्त करने के लिए मना लिया गया है।