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अजमेर में ऐतिहासिक हिन्दू शांति मार्च, सडकों पर उतरा जनसैलाब - Sabguru News
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अजमेर में ऐतिहासिक हिन्दू शांति मार्च, सडकों पर उतरा जनसैलाब

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अजमेर में ऐतिहासिक हिन्दू शांति मार्च, सडकों पर उतरा जनसैलाब


अजमेर।
राजस्थान के अजमेर में विभिन्न हिन्दूवादी संगठनों से जुड़े सकल हिन्दू समाज के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगों ने सनातन धर्म की संस्कृति के बचाव में आज शांति मार्च निकाला। एक अनुमान के मुताबिक 50 हजार से अधिक संख्या में लोगों ने शिरकत की।

भारत माता की तस्वीर और तिरंगा झंडा थामे, संत महात्माओं की अगुवाई में यह शांति मार्च (मौन जुलूस) मार्टिंडल ब्रिज से शुरू होकर बाटा तिराहा, केसरगंज चक्कर, मदार गेट, गांधी भवन, कचहरी रोड, इंडिया मोटर सर्किल, पुरानी आरपीएससी की ओर से जिला कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां सामूहिक रुप से हनुमान चालीसा का पाठ किया।

इसके बाद कलेक्टर अंशदीप को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सुपुर्द किया जिसमें सनातन संस्कृति पर हो रहे प्रहारों को रोकने, हिंदू देवी देवताओं के अपमान को रोकने, कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा तथा भाजपा से निष्कासित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज को उठाया गया है।

आज के जुलूस में विभिन्न समाजों एवं संगठनों ने समर्थन दिया। जुलूस के समर्थन में व्यापारियों ने सुबह 9 से दुकानें बंद रखी तथा शांति मार्च में शामिल हुए। लोको ग्राउण्ड के पास पार्किंग की व्यवस्था की गई। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए।

संत महात्माओं ने की अगुवाई

अजमेर शहर के सनातन धर्म से जुड़े सभी संत महात्माओं ने विशाल शांति हिन्दू मार्च की अगुवाई की गई। जिसमें नृसिंह मंदिर महन्त श्री श्याम सुन्दर देवाचार्य, श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम के महन्त श्री हनुमानराम, मनोहर उदासीन आश्रम के महन्त रूवरूप दास, अनादी धाम की स्वामी अनादी सरस्वती, स्वामी बालकनाथ जी, महन्त सीताराम मंदिर, निर्मल आश्रम के महन्त लक्ष्मीनारायण, ईश्वरदास उदासीन के सन्त अर्जुनदास सहित कई संतों का सान्निध्य मिला।


राष्ट्रपति के नाम कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

कलेक्ट्रेट पहुंचने पर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन दिया गया। जिसमें भारत वर्ष की सनातन संस्कृति को खण्डित करने के षडयन्त्रों, हिन्दू देवी देवताओं का अपमान एवं उन पर अभद्र टिप्पणियों, सुनियोजित आगजनी व पथराव, धार्मिक उन्माद तथा हिन्दू बेटी नुपुर शर्मा को धमकी दी जा रही है।

देशभर में समुदाय विशेष के कुछ अराजक तत्वों द्वारा भारत वर्ष की सनातन संस्कृति पर आघात किए जा रहे हैं, विभिन्न प्रकार के षडयन्त्रों, को रचते हुए हिन्दू देवी देवताओं का अपमान किया जा रहा है। हिन्दू समाज की बेटी व उसके परिवार का अपहरण करने, सिर कलम करने एवं उसके साथ बलात्कार करने की धमकिया दी जा रही है, सकल हिन्दू समाज उसका विरोध करता है।

सर्व हिन्दू समाज के लोग मांग करते हैं कि कट्टरवाद, जिहाद, फैलाने व हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने, पत्थरबाजी, आगजनी कर भय उत्पन्न करने तथा नुपुर शर्मा व उसके परिवार को धमकियां देने वाले कट्टरवादियों व जेहादियों के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए, जिससे हिन्दू समाज की भावनाओं से हो रहे खिलवाड़ को रोका जा सके एवं देश में शान्ति, सुरक्षा व सदभाव का वातावरण बन सके।

ज्ञापन सौंपने वालों में विभिन्न समाज के बन्धुओं में कालीचरण खण्डेलवाल, सुनील दत्त जैन, डाॅ. विष्णु चौधरी, विमल गर्ग, शिखर चन्द सिंघी, डाॅ अशोक मेघवाल, शिवरतन वैष्णव, सुदामा शर्मा, प्रभु लोंगानी, गिरधारी लाल मंगल, सूरज नारायण लखोटिया, भोलानाथ आचार्य, नरेश मुदगल, उमेश गर्ग अनेक लोग शामिल रहे।