अजमेर। परम पूज्य गणिनी आर्यिका गुरु मां 105 श्री संगममति माताजी के मंगल चतुर्मास कार्यक्रम की स्थापना आज भव्यता के साथ विद्यासागर तपोवन में हुई।
कार्यक्रम में संघ संचालिका सोनम अजीत जैन विनायका सूरत ने ध्वजारोहण किया। उसके पश्चात पार्श्वनाथ कॉलोनी महिला मंडल एवं ब्राह्मी महिला मंडल ने मंगलाचरण पेश किए। पाद प्रक्षालन का सौभाग्य अमन विनायका सूरत को तथा शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य अरुण जैन बेंगलूरु को प्राप्त हुआ।
मुख्य कलश कैलाश चंद निर्मल अरविंद सेठी ने किया। सम्यक दर्शन कलश विजय जैन परिवार, सम्यक ज्ञान कलश अनुराग गोधा, सम्यक चरित्र कलश डॉक्टर अनिल जैन, सुनील ढिलवारी, अध्यक्ष केसरगंज समाज ने कलश की स्थापना की।
भक्ति कलश की स्थापना सविता राकेश बड़जात्या, सतनारायण सोगानी, प्रदीप सरस्वती पाटनी, राजेंद्र गदिया, भंवरलाल अशोक बड़जात्या, प्रसन्न कुमार महेंद्र बाकलीवाल, महावीर किरण लुहाडिया ने की।
कार्यक्रम में वात्सल्य भोज के पुण्यार्जक महेश शशि सुयोग गंगवाल थे। भक्तों की भीड़ गुरु मां संगम मति माताजी के जयकारा लगा रही थी। 25 थाली में पाद प्रक्षालन किए गए। इस मौके पर बहुत ही सुंदर दृश्य कार्यक्रम का शोभायमान हो रहा था।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु मां संगममती जी की अष्ट द्रव्य पूजन की गई जिसमें सभी नगर महिला मंडल अपनी मुख्य भूमिका में थे। आनंद नगर जैन महिला मंडल, पंचशील, सोनी नगर, सर्वोदय कॉलोनी, णमोकार महिला मंडल, केसरगंज महिला मंडल पुलक मंच अजमेर ने पूजन किया।
इस पावन अवसर पर संगम मति माताजी ने कहा कि गुरु ही जीवन के आधार होते हैं। गुरु के बिना जीवन सूना है। गुरु बिन कुछ भी ज्ञान नहीं सकता। ज्ञान प्राप्ति का मार्ग गुरुवर ही होते हैं। हम सब गुरुवर के उपकारी हैं।
जागृति मंच अजमेर के तत्वावधान में चल रहे इस पावन चतुर्मास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री धर्मेंद्र राठौड़, महेंद्र गहलोत, राज्यमंत्री पवन गोदारा का विजय जैन एवं सुनील जैन होकरा ने स्वागत किया।
मेयर ब्रज लता हाडा, जेएलएन अधीक्षक डॉक्टर नीरज गुप्ता, पार्षद रमेश सोनी, रूबी जैन, कृष्णा शर्मा का भी स्वागत किया गया। कार्यक्रम के अंत में मनीष पाटनी, सुनील पल्लीवाल, महावीर अजमेरा, कमल बड़जात्या, चंकी जैन, गौरव पाटोदी, पूजा काला, सोनिया जैन आदि ने अतिथियों का अभिनंदन किया।