पोर्ट ब्लेयर। अंडमान-निकोबार द्वीप के उत्तरी सेंटीनेल द्वीप पर आदिवासियों ने अमरीकी पर्यटक जॉन एलन चाऊ की हत्या कर दी है।
अपुष्ट खबरों के अनुसार अमरीकी नागरिक चाऊ एक मछुआरे के साथ पांच दिन पहले उत्तरी सेंटीनेल द्वीप पर सेंटीनल आदिवासियों से बात करने गया था जहां लड़ाकू आदिवासियों ने उसकी हत्या कर दी। ऐसा माना जा रहा है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में पूरी जानकारी हासिल करने के लिए बंद कमरे में बैठक की और एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कल शाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि मंगलवार की शाम सात अज्ञात सेंटीनल आदिवासियों के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संबंधित सूचना प्राप्त होने के बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
सूत्रों के अनुसार अमरीकी नागरिक अंडमान-निकोबार द्वीप का पांच बार भ्रमण कर चुका है और उसकी सेंटीनल आदिवासियों को ईसाई धर्म के बारे में उपदेश देेने की प्रबल इच्छा थी। अमरीकी नागरिक चाऊ ने चिडियातापू क्षेत्र में एक मछली पकड़ने वाली नौका किराए पर ली और कुछ मछुआरों की मदद से वह 16 नवंबर को द्वीप के निकट पहुंच गया।
वहां से वह अपनी डोंगी से गया। चाऊ ने 14 नवंबर को भी वहां जाने का प्रयास किया था लेकिन वह असफल रहा था। सूत्रों के अनुसार चाऊ की उत्तरी सेंटीनल द्वीप में अज्ञात आदिवासियों ने हत्या कर दी। उसके शव को कुछ मछुआरों ने देखा। उत्तरी अंडमान के उपायुक्त और अंडमान-निकोबार के आधिकारिक प्रवक्ता इस मामले में टिप्पणी देने के लिए उपलब्ध नहीं हुए।
सूत्रोंं के अनुसार चाऊ पोर्ट ब्लेयर शहर के एक होटल में ठहरा हुआ था। गौरतलब है कि सेंटीनल आदिवासी लड़ाकू जनजाति हैं जो दक्षिणी अंडमान में रहते हैं। अंडमान-निकोबार के पुलिस की अपराध शाखा के अधीक्षक दीपक यादव ने आज बताया कि हमफ्रिगंज थाने में इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इस मामले में हमफ्रिगंज थाने में एक और मामला दर्ज किया गया है और चाऊ की मदद करने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।