पुष्कर। सोमवती अमावस्या के मौके पर सोमवार को दिनभर पवित्र पुष्कर सरोवर के घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा आस्था की डुबकी लगाने का क्रम चलता रहा और मिनी मेले जैसा माहौल दिखाई दिया। इसी दौरान उत्तरप्रदेश के लखीमपुरखीरी निवासी पप्पू (45) की नहाते समय डूबने से मौत हो गई।
सोमवती अमावस्या के अवसर पर धार्मिक नगरी पुष्कर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। अल सुबह से ही सरोवर के मुख्य घाटों पर श्रदालुओं ने आस्था की डूबकी लगाई तथा पितृ शान्ति के लिए पिंडदान और तर्पण कर यथा शक्ति दान कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
भीषण गर्मी के बावजूद पालिका और पुलिस की और से श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतजाम नाकाफी रहे। शहर के मुख्य बाजारों से लेकर हाइवे पर लंबा जाम लग गया। भीषण गर्मी में लोग घंटों जाम में फंसे रहे। स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत की तथा रूट डाइवर्ट कर यातायात सुचारू कराया।
प्रमुख मंदिर और बाजारों में भारी भीड़ देखी गई। तीर्थ पुरोहितों और विद्वान पंडितों के अनुसार सोमवती अमावस्या पर किया गया हर धार्मिक अनुष्ठान अपने आप में विशेष महत्व रखता है। इस दिन ख़ास तौर पर पितृ शान्ति के लिए तीर्थो में किए गए दान -पुण्य और तर्पण का कई गुणा फल प्राप्त होता है और मनुष्य को मानसिक शान्ति मिलती है।
पुष्कर के सरोवर में डूबने से अधेड़ की मौत
तीर्थराज पुष्कर पवित्र सरोवर में आज उत्तरप्रदेश के एक 45 वर्षीय व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। पुष्कर थाना पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवती अमावस्या के मौके पर दिनभर पवित्र सरोवर के घाट पर श्रद्धालुओं द्वारा आस्था की डुबकी लगाने का क्रम चलता रहा।
इसी दौरान उत्तरप्रदेश के लखीमपुरखीरी निवासी पप्पू (45) की सरोवर में डूब गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे निकलवाया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।