अजमेर। मुस्लिम समाज द्वारा पवित्र रमजान माह की शुरूआत चांद दिखाई देने पर आगामी छह-सात मई से होगी, इसके तहत मस्जिदों में तरावीह शुरू हो जाएगी और मुस्लिम समाज रोजे रखना शुरू कर देगा।
विश्व प्रसिद्ध अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह कमेटी के अधीन हिलाल कमेटी की बैठक पांच मई की शाम से ही दरगाह स्थित दरगाह में होगी जिसमें यदि चांद की शहादत मिलती है तो फिर हिलाल कमेटी चांद दिखने का विधिवत ऐलान करेगी।
यदि चांद नहीं दिखा तो फिर तरावीह छह मई को होगी। इस तरह पांच मई को चांद दिखने पर मुस्लिम समाज पहला रोजा छह तारीख को रखेगा। चांद नहीं दिखने पर पहला रोजा सात मई को रखा जाएगा।
मुस्लिम समाज की विभिन्न कमेटियों, संस्थाओं तथा व्यक्तिगत तौर पर रोजेदारों की सुविधा के लिए नियमित सहरी एवं इफ्तार के समय का कार्यक्रम प्रकाशित कर दिया गया है जिसके तहत पहला रोजा तड़के सुबह 4:21 से प्रारंभ होगा और शाम 7:30 बजे रोजेदार अपना रोजा खोल सकेंगे।
इधर, दरगाह कमेटी सहित अंजुमन सैयद जादगान एवं अंजुमन शेखजादगान की ओर से भी गरीब तथा जरुरतमंद रोजेदारों के लिए सहरी एवं अफ्तार सामग्री दिए जाने का प्रबंध किया गया है। साथ ही केंद्रीय कारागृह मे बंदियों को भी दरगाह कमेटी की ओर से अफ्तार सामग्री दी जाएगी जिसमें रोजा खुलवाया जाएगा।