बीकानेर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सीमा पर जब तक हैं दुश्मन के शस्त्र शांत हैं तब तक हमारे शस्त्र भी शांत रहेंगे।
सिंह ने शुक्रवार को बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय में सुबह शस्त्र पूजा के बाद बीएसएफ के अधिकारियों और जवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सीमा पर हमारी ताकत बीएसएफ के वे जवान हैं जिनके हौसलों से पाकिस्तानी रेजर्स में घबराहट है। हमें गर्व है कि हमारे पास सेना और सुरक्षा बलों के ऐसे जवान हैं जो राष्ट्रीय स्वाभिमान को सर्वोपरि मानते हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में हमने नियंत्रण रेखा पर ऐसी अभेद्य दीवार खड़ी की है जिससे घुसपैठ पर काफी अंकुश लगा है। शीघ्र ही ऐसी दीवार पूरे देश की सीमा पर लगाई जाएगी, इससे पूरा देश अभेद्य किला बन जाएगा। फिर हमारे देश के युवा और अन्य आम नागिरक सीमा पर जाकर यह सब देख सकेंगे। सिंह ने कहा कि यह तकनीक उन्होंने इजराइल में देखी और इसे यहां अपनाया है। इस तकनीक का देश की अन्य सीमाओं पर भी इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारे चार साल के कार्यकाल में शहीद हुए बीएसएफ के जवानों के बच्चों को एक करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति दी गई है। हालांकि यह जवानों की शहादत की तुलना में महत्व नहीं रखती। उनकी शहादत अमूल्य है। सिंह ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें पहली बार जवानों के साथ शस्त्र पूजा करने का अवसर मिला।
इससे पहले सिंह ने सेक्टर मुख्यालय शस्त्र पूजा की। उन्होंने जवानों और उनके परिजनों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनी। इसके बाद वह खाजूवाला क्षेत्र में स्थित सतपाल सीमा चौकी का मुआयना करने निकल गए। उनके साथ बीएसएफ के महानिदेशक आरके मिश्रा, राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक अनिल पालीवाल और बीएसएफ के अन्य अधिकारी भी थे।