भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के माण्डलगढ़ क्षेत्र में ज़हरीली शराब से आज चार लोगों की मौत हो गई जबकि पांच लोगों की हालत गंभीर बनी हुई हैं। प्रकरण की प्रशासनिक जांच संभागीय आयुक्त अजमेर को सौंपी गई है। वह सभी पहलुओं पर जांच करके 15 दिन में रिपोर्ट राज्य सरकार को देंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव में हथकढ़ शराब के सेवन के बाद दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो ने अस्पताल में दम तोड़ा। पांच लोगों को एमजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। मेडिकल टीमें उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है। मृतकों मेें सत्तुडी कंजर, हजारी बैरवा, दलेल एवं सरदार भाट शामिल हैं।
उधर, जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने पालिका चुनाव के बावजूद अवैध शराब की बिक्री होने एवं इससे चार लोगों की मौत हो जाने के बाद इस मामले में थाना माण्डलगढ़ के सर्कल इंस्पेक्टर मनोज कुमार चौधरी, हैड कांस्टेबल जगदीशचंद्र एवं कांस्टेबल शिवराज को निलंबित कर कर दिया है। इनके खिलाफ सरकारी आदेशों के उल्लंघन करने के मामले में राजस्थान सर्विस रुल्स के नियम सोलह के तहत चार्जशीट दी जाएगी। विभागीय जांच होने तक तीनों निलम्बित रहेंगे।
गहलोत की भीलवाड़ा शराब दुखांतिका पर संवेदना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भीलवाड़ा जिले के माण्डलगढ़ क्षेत्र में शराब दुखांतिका पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती पीड़ित लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने बताया कि इस दुखांतिका में मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रूपए तथा अन्य पीड़ितों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देना स्वीकृत किया गया है।
उधर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा है कि मांडलगढ़ क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का मामला अत्यधिक गंभीर है। भरतपुर जिले के बाद यहां हुई यह घटना सरकार की असंवेदनशीलता और लापरवाही को दर्शा रही है। कई लोगों की हालत अत्यधिक गंभीर है। इस मामले पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
डीएसपी और भीलवाड़ा ज़िला आबकारी अधिकारी भी निलम्बित
भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ में ज़हरीली शराब से चार लोगों की मौत को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लापरवाही बरतने के आरोप में आबकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस अधिकारी और थानाधिकारी सहित अन्य पुलिस और आबकारी कर्मियों को निलम्बित करने के निर्देश दिये हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गहलोत के निर्देश पर मांडलगढ़ के पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार, थाना प्रभारी मनोज कुमार जाट, बीट प्रभारी हैड कांस्टेबल जगदीशचंद्र, कांस्टेबल शिवराज के साथ ही जिला आबकारी अधिकारी मुकेश देवपुरा, सहायक आबकारी अधिकारी (निरोधक दल ) महिपाल सिंह, मांडलगढ़ के आबकारी निरीक्षक विकासचंद्र शर्मा, प्रहराधिकारी निरोधक दल सरदार सिंह, जमादार नरेंद्र सिंह, सिपाही राजेंद्र सिंह, जगदीश प्रसाद, अरुण कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।