भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में रूपवास के चकसामरी गाव में जहरीली शराब से सात व्यक्तियों की मौत के बाद रूपावास एसडीएम ललित मीणा को एपीओ कर दिया वहीं जिला आबकारी अधिकारी एवं सहायक आबकारी अधिकारी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने बताया है कि आबकारी विभाग के एन्फोर्समेंट ऑफिसर राकेश शर्माए बयाना आबकारी थाने के पेट्रोलिंग ऑफिसर रेवत सिंह राठौडए बयाना आबकारी निरीक्षक योगेंद्र सिंह, रूपवास में आबकारी एन्फोर्समेंट थाने का सम्पूर्ण स्टाफ, पुलिस थाना रूपवास के सहायक उप निरीक्षक मोहन सिंह एवं दो अन्य पुलिसकर्मी जिनमें बीट इंचार्ज एवं बीट कांस्टेबल शामिल हैं को भी निलम्बित किया गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शराब दुखांतिका पर गहरा दुख व्यक्त करते मृतको के परिजनों को दो दो लाख रूपए तथा अन्य पीडितो को 50 50 हजार की आर्थिक सहायता मंजूर की है। बताया गया है कि भरतपुर के संभागीय आयुक्त मामले की जांच करेंगे।
गौरतलब है कि एक अन्य जानकारी के अनुसार इस शराब दुखांतिका में बुधवार को सात व्यक्तियों की मौत हो जाने, तीन व्यक्तियों को गम्भीर हालत में जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर कर दिए जाने के बाद जहरीली शराब से गम्भीर रूप से बीमार हुए चार नए मरीजो को आज गुरुवार को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
थानाधिकारी जमील खान ने बताया कि जहरीली शराब दुखांतिका के मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध हथकढ़ शराब बरामद की गई है। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र बिश्नोई से प्राप्त एक जानकारी के अनुसार कस्वा कुम्हेर के छापर मोहल्ला में पीली पोखर एवं धोबी घाट पर पुलिस ने एक कार्यवाही कर अवैध हथकढ़ शराब की पांच भट्टियों को तोड़ कर करीब 2500 लीटर वाश को नष्ट किया।