नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में केवल सामान्य बयान देने के लिए राज्य पुलिस की स्पेशल आपरेशन ग्रुप की ओर से उन्हें और अन्य कई कांग्रेसी नेताओं को नोटिस दिया गया है।
गहलोत ने ट्वीट कर आज कहा कि कांग्रेस विधायक दल ने एसओजी को बीजेपी नेताओं द्वारा खरीद-फरोख्त की जो शिकायत की थी उस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, चीफ व्हिप एवं अन्य कुछ मंत्रियों और विधायकों को सामान्य बयान देने के लिए नोटिस आए हैं। कुछ मीडिया चैनलो द्वारा उसको अलग ढंग से प्रस्तुत करना उचित नहीं है।
गहलोत से नाराजगी के बीच उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत करीब 15 विधायक पार्टी आलाकमान से मिलने के लिए यहां पहुंच गए हैं। पायलट खेमे के विधायकों की शिकायत है कि जानबूझकर उन लोगों को निशाना बनाया जा रहा है इसलिए एसओजी की तरफ से नोटिस दिया गया है।
गौरतलब है कि गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं गुुलाब चंद कटारिया, प्रदेश अध्यक्ष डा. सतीश पूनिया और विधानसभा में विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ पर राज्य सरकार को गिराने का प्रयास करने का कल आरोप लगाया था।
भाजपा के केंद्रीय नेताओं पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि वह राज्यों में कांग्रेस सरकारें गिराने का काम कर रहे हैं। इससे पहले महाराष्ट्र में बहुमत नहीं था, इसके बाजवूद सरकार बनाने का प्रयास किया।
इसी तरह कांग्रेस की बहुमत वाले अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बनने दी और अपनी पार्टी की सरकार बना ली। मध्य प्रदेश मेें कांगेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का दल बदल करवाकर सरकार गिरा दी। भाजपा जाति और धर्म की राजनीति करके लोकतंत्र की हत्या कर रही है।