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बड़े लोग कर्ज़ लेकर भाग जाते हैं. गरीब ऋण चुका सम्मान की जिंदगी जीते हैं : मोदी
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बड़े लोग कर्ज़ लेकर भाग जाते हैं. गरीब ऋण चुका सम्मान की जिंदगी जीते हैं : मोदी

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बड़े लोग कर्ज़ लेकर भाग जाते हैं. गरीब ऋण चुका सम्मान की जिंदगी जीते हैं : मोदी
Housewives, poor widows more reliable in loan repayment than promoters of corporates : modi
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों से बड़ी रकम कर्ज पर लेकर देश से भाग जाने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीब लोग ऋण चुकाकर सम्मान की जिंदगी जीना जानते हैं।

प्रधानमंत्री ने मोदी ऐप के जरिये मुद्रा योजना के लाभार्थियों से सीधे बातचीत करते हुए उनके अनुभव सुने और आगे बढ़ने के मंत्र दिए। मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों में ऋण उन्हें ही मिलता था जिनकी पहचान होती थी। पिछली सरकारों में मुख्यमंत्री अथवा वित्त मंत्री अपने पसंद के उद्यमियों को ऋण दिलवाने के लिए फोन कर सिफारिश करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है।

बैंकों से मोटी रकम का कर्ज लेकर देश से भाग जाने वाले बड़े लोगों पर निशाना साधते हुए श्री मोदी ने गरीब लोग रिण चुका सम्मान की जिंदगी जीने में विश्वास रखते हैं। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने छोटे उद्यमियों और उनकी कारोबारी कुशलता पर भरोसा कर ऋण दिया। मुद्रा योजना से रिण लेकर छोटे उद्यमियों ने न केवल स्वरोजगार शुरु किया अपितु रोजगार के अवसर बढ़ाने में भी योगदान किया और कई-कई लोगों को अपने कारोबार से जोड़कर काम दिया।

गौरतलब है कि विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे कई बड़े लोग बैंकों से मोटी रकम का ऋण लेकर इसे अदा करने की बजाय विदेश भाग गए हैं।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में राजनीतिक फायदे के लिए ऋण मेले लगाये जाते थे किंतु हमारी सरकार ने छोटे उद्यमियों को ऋण देने के लिए मुद्रा योजना शुरु की। इस योजना के तहत 12 करोड़ लोगों को छह लाख करोड़ रुपए का ऋण दिया जा चुका है।

मुद्रा योजना के कुल लाभार्थियों में आधे से अधिक 55 प्रतिशत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के है। मोदी ने कहा कि मुद्रा योजना के तहत सबसे अधिक ऋण महिलाओं, गरीब और दलित लोगों को दिया गया है। कुल ऋण में से 28 प्रतिशत ऋण उन लोगों को दिया गया जिन्होंने पहली बार कारोबार शुरु किया है।

करीब डेढ घंटे के प्रधानमंत्री से सीधे वार्तालाप में मुद्रा योजना के लाभार्थियों ने ऋण लेकर कारोबार शुरु करने और विस्तार करने के अपने अनुभव साझे किए। प्रधानमंत्री ने ऋण लेने वालों से यह भी जानना चाहा कि कर्ज़ लेने के लिए उन्हें बिचौलियों की शरण में तो नहीं जाना पड़ा और किसी प्रकार की रिश्वत तो नहीं देनी पड़ी।

केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर प्रधानमंत्री ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे बातचीत का सिलसिला शुरु किया है। इस क्रम में कल मोदी ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाओं से वार्तालाप किया था।