सबगुरु न्यूज-सिरोही, 21 मार्च। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद की अध्यक्षता में आज करोना वायरस के सक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में स्थित औद्योगिकी ईकाइयों अल्ट्राटेक, जे.के. लक्ष्मी सीमेंट, वालकॉम, मोर्डन इन्सूलेटर व अन्य औद्योगिक उद्योगों के प्रतिनिधियों की समन्वय बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में उन्होने करोना वायरस के सक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए । उन्होने कहा कि औद्योगिक इकाई में श्रमिक वर्ग काफी तादाद में कार्यरत है, इसको ध्यान में रखते हुए ऐतिहात के तौर उन्हें इस संक्रमण की जानकारी होनी अति आवश्यक है और इसके लिए औद्योगिक प्रशासन सतर्कता व पूर्ण जिम्मेदारी के साथ अपने कार्यो को करें।
श्रमिकों को जागरूक करें और बाहर आने वाले श्रमिकों एवं अन्य यात्रियों पर कडी निगरानी रखते हुए सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए जाए और उन्हें अमल में लाने को भी जागरूक किया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि करोना वायरस के सक्रमण में बचाव ही उपाय है, इसके लिए तमाम उपकरण व मास्क श्रमिकों को उपलब्ध कराए जाए ताकि सक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
किसी भी श्रमिक मे संक्रमण के लक्षण पाए तो तत्काल नियंत्रण कक्ष को सूचित करें। 22 मार्च को स्वैच्छिक जनता कफ्र्यू की पालना हेतु जागरूक करें। उन्होंने औद्योगिक संस्थानों से अपील है कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार संस्थानों को कार्मिकों , श्रमिकों को वर्क फ्राम होम की सुविधा संवेतनिक अवकाश देने के साथ ही सरकार को सहयोग प्रदान करावें तथा इस माहमारी से बचाव में सहयोग के साथ ही जिले के वासियों में संक्रमण को फैलने से रोकने में अपना अमूल्य सहयोग दे।
~इस तरह पहचानते हैं मरीज
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार ने सबगुरु न्यूज को बताया कि कोरेंटाइन में किसी भी व्यक्ति को 14 दिनों तक रखा जाता है। इन चौदह दिनों में यदि उसे सर्दी, जुकाम, बुखार और सांस की तकलीफ के साथ डायरिया वाले लक्षण आते हैं या हार्ट में पेन की तकलीफ मिलती है तो फिर उसका सेंपल लिया जाता है। इस सेंपल को वायरोलॉजी के लिए भेजा जाता है। यदि इस तरह के लक्षण नहीं आने पर साधारण सर्दी, जुकाम होने पर दुरुस्त होने पर 14 दिन बाद कोरेंटाइन फ्री कर दिया जाता है।