भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 24 मार्च को देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया था।
जो कि कल यानी 14 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। अगर हम बात करें इस 21 दिनों में भारत कोरोना वायरस कितना नियंत्रण कर पाए इस पर केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के साथ इस वायरस के विशेषज्ञों के बीच बहस जारी है। विश्व स्वास्थ संगठन और दुनिया के कई देशों ने भारत में कोरोना वायरस के तेजी के साथ फैलने के लिए कई बार चेतावनी और अलर्ट भी जारी किया था।
हम पिछले अगर 15 दिनों में भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ों की बात करें तो यह तेजी के साथ तो फैल रहा है लेकिन अभी तक लॉकडाउन होने की वजह से नियंत्रण में ही कहा जा सकता है। मौजूदा समय में महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। दूसरी ओर कई प्रदेश ऐसे भी हैं जहां कोरोना के कम मामले हैं ऐसे में राज्य सरकार या केंद्र सरकार उनको कुछ लॉकडाउन में ढील भी देने की घोषणा कर सकती हैं।
कोरोना वायरस की दवा या वैक्सीन न होने से सबसे सुरक्षित लॉकडाउन ही बचाव
कोरोना वायरस की कोई दवा या वैक्सीन न होने की वजह से भारत सरकार इसको सबसे बड़ा सुरक्षित लॉकडाउन को ही आधार मान कर है। राज्य सरकारें भी लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में है। दूसरी ओर पंजाब, उड़ीसा, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान ने केंद्र सरकार के फैसले से पहले ही लॉकडाउन 15 दिन के लिए बढ़ाने की घोषणा कर दी है। संभव है आज केंद्र सरकार और अन्य राज्य सरकार एक बार फिर दूसरे लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने की घोषणा कर सकती है।
पहले लॉकडाउन में हमें जितना कोरोना वायरस से नियंत्रण की आशा थी उस हिसाब से हम सफल नहीं हो पाए, लेकिन फिर भी स्थिति अभी भी नियंत्रण में बनी हुई है। जिस तरह से देश में कोरोना वायरस के पिछले कुछ दिन में मामले बढ़े हैं, उसको देखते हुए लॉकडाउन जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा राज्यों की मांग को देखते हुए केंद्र सरकार लॉकडाउन बढ़ाने पर फैसला ले सकता है।
सेल्फ आइसोलेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें देशवासी
केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार या एक जागरूक नागरिक सभी देशवासियों से लगातार अपील कर रहे हैं कि लॉकडाउन के साथ सेल्फ आइसोलेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह पालन किया जाए। इससे कोरोना वायरस पर बहुत हद तक लगाम लग सकती है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही करना भारी पड़ सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देशवासियों से सोशल डिस्टेंसिंग की अपील भी कर चुके हैं। अभी हमारा देश पुराना को लेकर एक प्रकाश से जंग लड़ रहा है।
आज भारत ही नहीं विश्व के कई देश सोशल डिस्टेंसिंग और सेल्फ आइसोलेशन और लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। इससे बहुत हद तक इस संक्रमण को फैलने में काबू किया जा सका है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें अब कोरोना टेस्टिंग पर भी जोर देने लगी है अब हर रोज लोगों की टेस्टिंग की जा रही है। मौजूदा समय में हमारे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई सबसे ज्यादा कोरोना वायरस चपेट में है। उसके बाद तमिलनाडु, दिल्ली मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अब कल से दूसरा देश में लॉकडाउन होना तय माना जा रहा है। अब आने वाले 15 दिन बहुत ही अहम होंगे कोरोना वायरस को नियंत्रण करने के लिए।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार