अजमेर। राजस्थान के अजमेर स्थित ख्वाजा माेईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर शुक्रवार को मोहर्रम के दौरान पहले जुम्मे पर हजारों जायरीन ने जुम्मे की नमाज अदा की।
नए मुस्लिम संवत 1440 के चलते बड़ी संख्या में जायरीन मोहर्रम में भाग लेने अजमेर शरीफ पहुंचे है और आज जुम्मा होने से चिलचिलाती धूप के बावजूद करीब 70 हजार से ज्यादा जायरीनों ने नमाज अदा की।
जायरीन सुबह से ही दरगाह परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में सफे बनाकर बैठना शुरू हो गए और नमाज अदा कर ख्वाजा साहब की बारगाह में सजदा किया एवं अमन चैन खुशहाली की दुआ की।
प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने पहले जुम्मे की नमाज को देखते हुए विशेष इंतेजाम किए। स्थानीय खादिम समुदाय एवं अन्य लोग हरे रंग के कुर्ते पहने नमाज अदा करते नजर आए। मोहर्रम की चार तारीख पर कल सुबह पांच बजे दरगाह का आस्ताना खुलने के साथ ही 72 घंटों के लिए बाबा फरीद का चिल्ला खोला जाएगा।
यहां उल्लेखनीय है कि बाबा फरीद की दरगाह पाकिस्तान के पाकपट्टम में है और बाबा फरीद के प्रति भी मुस्लिम समुदाय में गहरी आस्था है। बाबा फरीद का अजमेर स्थित दरगाह परिसर में चिल्ला है। उन्होंने यहां रहकर कुछ समय बिताया था।
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक पंद्रह सितंबर को अजमेर दरगाह शरीफ से जुड़े मुस्लिम समुदाय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रुबरू होंगे। इसके लिए दरगाह कमेटी ने दरगाह स्थित महफिल खाने की छत पर विशेष इंतेजाम किए है।
इस दौरान मोदी दरगाह शरीफ के विकास को लेकर खादिमों की दोनों संस्थाओं के प्रतिनिधियों, सदस्यों, दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन सहित प्रशासन के साथ बातचीत करेंगे। गौरतलब है कि अजमेर दरगाह को भारत सरकार की आइकॉन योजना के तहत शामिल किया गया है।