नयी दिल्ली । सत्ता पक्ष ने लोकसभा में मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार गांधी, लोहिया, अम्बेडकर के आदर्शों के अनुरूप एेसे भारत का निर्माण कर रही है जहां गरीब तथा अमीर के बीच का भेद मिटे और सबके सपने को पूरा करने वाली ऐसी कल्याणकारी योजनाएं हों जहां सभी वर्गों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित हों।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हुकुमदेव नारायण यादव ने मंगलवार को सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना सभी वर्गों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना था। महान समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया का कहना था कि विकास की दौड़ में समाज का कोई वर्ग पिछड़ा नहीं चाहिए, जबकि संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर ने वंचित वर्ग को विशेष तरजीह देकर आगे लाने की बात की थी।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इन्हीं सिद्धांतों पर चलकर समाज के सभी वर्गों के हितों को साधने का काम कर रही है। गरीबों के बैंकों में 34 करोड़ जन धन खाते खाेले गये और उनके जनधन खातों में आज हजारों करोड़ रुपए जमा हो गये हैं। समाज में उच्च वर्ग के कमजोर लोगों में आर्थिक बराबरी आए इसके लिए दस प्रतिशत आरक्षण लागू कर गांधी तथा लोेहिया के सपने को पूरा किया है। देश के 98 प्रतिशत घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है और पिछड़ों, दलितों तथा आदिवासी महिलाओं की अस्मिता को बचाने का काम किया गया है।
भाजपा नेता ने कहा कि लघु किसानों के लिए छह हजार रुपये सालाना उनके खातों में पहुंचाने की व्यवस्था की गयी है, लेकिन भ्रष्टाचार के समर्थक इसके खिलाफ खड़े हो रहे हैं। इसी तरह से घोटालों में शामिल कंपनियों को पकड़ा है और हेराफेरी करने वालों को बेनकाब किया है। इस तरह के भ्रष्ट लोगों को बचाने के लिए कुछ राजनीतिक दल एकत्रित हो रहे हैं लेकिन अब वे बेनकाब हो रहे हैं। इस दौरान कुछ राजनीतिक दलों को इंगित करके की गयी उनकी टिप्पणी को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ जिसके कारण सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित भी करनी पड़ी।