नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली महिला आयोग के साथ मिलकर मंगलवार को यहां के मैदान गढ़ी से 19 लड़कियों को मानव तस्करी से मुक्त कराया है।
महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने कहा कि वाराणसी की पुलिस ने उनकी मौजूदगी में राजधानी के मैदान गढी इलाके में एक घर पर छापा मारकर 19 नेपाली लड़कियों को मुक्त कराने में सफल हुई हैं।
यहां से 68 पासपोर्ट भी मिले हैं जिनमें सात भारतीयों के और बाकी नेपाल के हैं। इन लड़कियों को शेल्टर होम में रखा जाएगा तथा नेपाली दूतावास की मदद से सभी को सुरक्षित उनके देश भेजा जाएगा।
मालिवाल ने कहा कि तस्करों के चंगुल से एक लड़की भागकर वाराणसी पुलिस के पास गई और उनके साथ होने वाली घटनाओं को लेकर मामला दर्ज कराया था। इसके आधार पर वाराणसी की पुलिस ने उनसे संपर्क करके छापे की कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा कि यहां इन लड़कियों को एक छोटे से कमरे में रखा गया था और इन लड़कियों को बस इतना पता था कि कहीं दूर देश में उन्हें भेजा जाएगा। इससे कुछ दिन पहले मुनिरका से 16 नेपाली लड़कियों को मुक्त कराया गया था। इन लड़कियों ने बताया था कि उन्हें कुवैत और इराक भेजने के लिए लाया गया था। इन लड़कियों से वहां जिस्म फरोशी कराया जाता है।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली पुलिस के नाक के नीचे इतना बड़ा रैकेट चल रहा हो और उन्हें पता नहीं हो यह समझ से परे है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की मिली भगत से मानव तस्करी का धंधा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सारी लड़कियां अनपढ़ हैं तथा नेपाल के भूकंप प्रभावित इलाके से लाई गई है।