ऐजल। केन्द्रीय योजनाओं का धन जारी न किए जाने की वजह से मिजोरम में सैकड़ों स्कूलों में हिन्दी के अध्यापकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
राज्य के शिक्षा मंत्री एच रोहलुना ने मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के विधायक डॉ के बीछुआ के प्रश्न के उत्तर में कहा कि केन्द्र प्रायोजित योजनाओं का धन केन्द्र सरकार की ओर से जारी न किए जाने से अनुबंध पर नियुक्त सैकड़ों अध्यापकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
रोहलुना ने कहा कि हमने केन्द्र सरकार से हिन्दी के अध्यापकों के लिए धन जारी करने का अनेक बार आग्रह किया लेकिन केन्द्र ने मिजोरम में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए धन आवंटित नहीं किया। इस स्थिति में राज्य सरकार के पास हिन्दी अध्यापकों की सेवाएं समाप्त करने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार दावा करती है कि गैर हिन्दी भाषी राज्यों में हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार उसकी प्राथमिकता है। इस प्राथमिकता के बावजूद धन की कमी से मिजोरम में हिन्दी का प्रचार-प्रसार बाधित हो रहा है।
स्कूलों में हिन्दी अध्यापकों के न होने के कारण मिजोरम में हजारों छात्र हिन्दी सीख नहीं पा रहे हैं। कुछ गांवों में अभिभावक चंदा इकट्ठा करके हिन्दी अध्यापकों की नियुक्ति करवा रहे हैं जिससे उनकी संतानों को हिन्दी सीखने का मौका मिल सके।
राेहलुना ने कहा कि मैने सुना है कि कई विधायकों ने अपने भत्ते से अपने-अपने क्षेत्रों में हिन्दी अध्यापकों की नियुक्ति करा रखी है।