उज्जैन। लॉकडाउन के कारण लगभग 75 दिनों बाद आज मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के पट खोले गए और केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप सैकड़ों दर्शनार्थियों ने दर्शन किए।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के कारण बनी स्थितियों के चलते 21 मार्च से मन्दिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश रोक दिया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइड लाइन का पालन करते हुए महाकालेश्वर मन्दिर में मात्र प्रीबुकिंग के आधार पर मन्दिर में दर्शन के लिए आज सुबह से प्रवेश दिया गया। प्रदेश के कृृषि मंत्री कमल पटेल, पूर्व मंत्री पारस जैन और अन्य जनप्रतिनिधियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मंदिर में महाकालेश्वर के दर्शन किए।
मंदिर की कल करीब ढाई माह बाद साफ सफाई की गई और मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने विधिवत तरीके से पूजा की थी। मंदिर प्रबंध समिति के निर्णयानुसार दर्शनार्थियों की दर्शन के लिए बुकिंग कल शुरु प्रारंभ हुई और आज के दर्शन के लिए 2800 लोगों ने बुकिंग की थी। दोपहर तक सैकडों लोगों ने नन्दी गृह के पीछे बेरिकेटिंग के पास से पहुंचकर दर्शन किए।
मन्दिर में दर्शनार्थियों के लिये तीन स्लॉट में प्रवेश दिया जा रहा है। दर्शनार्थियों द्वारा एंड्राइड मोबाइल फोन के माध्यम से एक दिन पहले बुकिंग करने वालों को आज मन्दिर में प्रवेश दिया गया। एक मोबाइल फोन के माध्यम से सप्ताह में एक ही बार ‘1+4’ श्रद्धालु बुकिंग कर सकेंगे।
इसके अलावा टोलफ्री नम्बर के माध्यम से भी एक दिवस पूर्व और मन्दिर के कंट्रोल रूम में ऑपरेटर के माध्यम बुकिंग की जा सकती है। इसके बाद श्रद्धालुओं को मैसेज प्राप्त होगा और उसमें दर्ज दिनांक एवं टाइम स्लॉट अनुसार श्रद्धालु दर्शन के लिए आ सकेंगे।
पहले स्लॉट के समय सबह आठ बजे से 10 बजे तक, दूसरे स्लॉट में सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक और तीसरे स्लॉट में दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक दर्शन किए जा सकेंगे। मन्दिर में श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है और कोरोना महामारी के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य दिशानिर्देशों का पालन आवश्यक रूप से करना हाेगा।