जब आपके पास किसी से बोलने के लिए कोई शब्द न हों,
तो उससे लड़ाई कर लो, फिर ले शब्द ,दे शब्द …
सूट की दुकान में लड़कियों को बस 2 ही बाते कहते देखता हूँ
“इसी डिजाइन में दूसरा कलर दिखाईये भैया” और
“इसी कलर में दूसरा डिजाइन दिखाईये भैया”
सर्दी आ रही है लड़किया दुखी हैं कि अब स्वैटर पहन के फैशनेबल नही लगेंगी,
वही लड़के खुश है अब जैकेट मे ठेके से बोतल तोआराम से लायेंगे
ऐसा नहीं है की सच्चा प्यार करना ही कठिन है,
अंग्रेजी में “Could और Would” का सही,
उपयोग करना और भी कठिन है..
पति-मेरी शर्ट उल्टी करके प्रेस करना
10 मिनट बाद पति-मेरी शर्ट प्रेस हो गई?
पत्नी-नहीं
पति-क्यों?
पत्नी-उल्टी नहीं आ रही है…
कुछ आंटी तो कॉलोनी में सुबह सुबह बस इसीलिए निकलती है,
ताकि कॉलोनी के बच्चो से पूछ सके “बेटा करते क्या हो आज कल?”