हैदराबाद। सिकंदराबाद के भोईगुड़ा में बुधवार तड़के एक लकड़ी के गोदाम में भीषण आग लग गई, जिसकी चपेट में आकर बिहार के कम से कम 11 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि आग तड़के चार बजे लगी है। आशंका जताई जा रही है गोदाम में शॉट सर्किट होने की वजह से आग लगी है।
मौके पर दमकल विभाग की पांच गाड़ियां तैनात हैं और दमकलकर्मियों द्वारा इस आग पर काबू पाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। बीती रात करीब 15 मजदूर गोदाम में सो रहे थे, इनमें से 11 आग की चपेट में आकर जिंदा जल गए और बाकी भागने में सफल रहे।
हादसे के बारे में जानकारी मिलने के बाद तेलंगाना के मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव मौके पर पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। यादव ने कहा कि चूंकि आग काफी सुबह लगी इसलिए राहत कार्यों के शुरू होने में कुछ देरी हो गई। उन्होंने कहा कि घटना की पूरी जांच की जाएगी। इसके साथ ही मंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
सीएम ने किया 5 लाख रुपए की सहायता राशि का ऐलान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बुधवार तड़के भोईगुड़ा में स्थित एक लकड़ी के गोदाम में आग लगने की वजह से मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों को सहायता राशि के रूप में 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है। उन्होंने हादसे के शिकार हुए बिहार के श्रमिकों के प्रति शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव सोमेश कुमार को निर्देश दिया है कि वह दुर्घटना में मारे गए बिहार के प्रवासी मजदूरों के शवों को उनके पैतृक स्थानों पर पहुंचाने का इंतजाम करें। दुघर्टना में मारे गए लोगों की पहचान सिकिंदर (40) बिट्टू (23), सतेंद्र (35) गोलू (28), दामोदर (27) राजेश (25) , दिनेश (35) राजू (25) चिंटू (25) दीपक (26) और पंकज (26) के रूप में की गई है।