जयपुर। जयपुर के सवाई अस्पताल में एंजियोप्लास्टी के बाद स्वास्थ्य लाभ ले रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने प्रति जताई गईं जनता की शुभकामनाओं पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह शीघ्र स्वस्थ होकर जनता की सेवा में लग जाएंगे।
गहलाेत ने आज अस्पताल से सोशल मीडिया के जरिये अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मुख्य धमकी में अवरोध आ गया था जिसमें अब स्टेंट डाल दिया गया है। कुछ समय तक वह जयपुर के राजकीय सवाई मानसिंह अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रहेंगे। चिकित्सकों ने कुछ दिन पूर्ण आराम की सलाह दी है। गहलोत ने कहा कि आप सभी की शुभकामनाओं से मैं जल्द ही पूर्णत: स्वस्थ होकर पूर्व की भांति आपकी सेवा में लग जाऊंगा।
गहलोत ने कहा कि कोविड होने से पहले उन्हें ह्रदय संबंधी कोई समस्या नहीं थी। चिकित्सकों के मुताबिक यह कोविड के बाद के दुष्प्रभाव हैं। हालांकि कोविड से ठीक हुए उन्हें तीन महीने से अधिक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे दूसरी लहर के चरम पर कोविड हुआ था, तब ऑक्सीजन एवं बिस्तरों की कमी से हाहाकार मचा हुआ था। लिहाजा कोविड पॉजिटिव होते हुए भी मैं लगातार दिन-रात काम करता रहा एवं चिकित्सकाें की सलाह के मुताबिक ठीक तरह से आराम नहीं कर सका। इसी का नतीजा है कि मुझे इतने लंबे समय से कोविड के बाद ही समस्याएं हो रही हैं।
गहलोत ने कहा कि यही वजह है कि पिछले कई दिनों से वह चाहकर भी जनता के बीच नहीं जा पा रहे हैं। यहां तक कि लंबा समय होने के बावजूद रक्षाबंधन पर भी वह अपने गृहनगर जोधपुर नहीं जा सके।
उन्होंने कहा कि कोविड अलग-अलग व्यक्ति के शरीर पर अलग-अलग असर करता है। इससे ह्रदय, दिमाग, किडनी, लीवर इत्यादि अंगों पर असर पड़ता है। कोविड से मुक्त होने के बाद भी सिरदर्द, थकावट, सांस फूलना जैसी परेशानियां बनी रहती हैं। लिहाजा लोगों को कोविड एवं पोस्ट कोविड दोनों को गंभीरता से लेना चाहिए। कोविड प्रोटोकॉल यानी मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग एवं हाथ धोने का गंभीरता से पालन करें एवं समय पर वैक्सीन अवश्य लगवाएं।
गहलोत ने जनता से अनुरोध किया कोविड से स्वस्थ हो गए हैं परन्तु कोई और लक्षण दिख रहा है तो तुरंत चिकित्सक से अवश्य सलाह लें और उनकी सलाह का पालन करें एवं अपना पूरा ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि जरा सी लापरवाही भी गंभीर हो सकती है।
गहलोत ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में राजस्थान में कोविड का बेहतरीन प्रबंधन हुआ है जिसके कारण देश-विदेश में राज्य का मान-सम्मान बढ़ा है। राजस्थान में विशेषज्ञों की राय के मुताबिक कोविड की तीसरी लहर से लड़ने की पूरी तैयारी की जा रही है। उन्होंन कहा कि मेरा संकल्प है कि कोविड के विरुद्ध लड़ाई में राजस्थान एक मॉडल स्टेट बनकर रहे। हमेशा की तरह मैं पूरी ताकत के साथ राज्य की जनता की सेवा करता रहूंगा।
उल्लेखनीय है कि गहलोत को सीने दर्द होने पर सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मुख्य धमनी में 90 प्रतिशत अवरोध पाया गया। इस पर उनकी एंजियोप्लस्टी की गई और एक स्टेंट भी डाला गया। चिकत्सकों ने उन्हें करीब एक महीने आराम की सलाह दी है, हालांकि उन्हें 48 घंटे अस्पताल में रहने की सलाह दी गई है।