मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि शिव सेना के बागी विधायक यदि उनके सामने आकर कहें तो वह इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी ही पार्टी के विधायक यदि सूरत और गुवाहाटी जाकर कुछ कहते हैं तो यह उचित नहीं है, यदि उन्हें लगता है कि उन्हें (उद्धव ठाकरे) मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहिए तो उनके सामने आकर कहें, वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे और अगर वे चाहें तो उनका इस्तीफा ले जाकर स्वयं राज्यपाल को दे दें।
उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लोग इस्तीफा देने के लिए कहते तो उन्हें इतना कष्ट नहीं होता लेकिन वह जिस कुल्हाड़ी से घायल हो रहे हैं, उसकी लकड़ी उनके ही पेड़ की है।
ठाकरे ने कहा कि मुझसे हिंदुत्व पर प्रश्न पूछा जा रहा है लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि बाल ठाकरे और आज की शिव सेना में कोई फर्क नहीं है। मैने ऐसा कोई भी काम नहीं किया है जिससे पहले की शिव सेना और आज की शिव सेना में फर्क आया हो। शिव सेना और हिंदुत्व अलग-अलग नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें राजनीति में काम करने का कोई अनुभव नहीं था लेकिन फिर भी जो भी दायित्व उन्हें मिला, उसे अच्छे से निभाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं यदि बागी शिव सैनिक यह कहें कि वह शिव सेना का नेतृत्व करने के योग्य नहीं हैं तो वह मुख्यमंत्री पद के साथ ही शिवसेना का अध्यक्ष पद भी छोड़ देंगे, लेकिन वह चाहते हैं कि शिव सैनिक उनके साथ गद्दारी नहीं करें।
ठाकरे ने कहा कि हमने 25-30 वर्षों तक कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का विरोध किया लेकिन यह आरोप लगाना गलत है कि उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि हमने एकनाथ शिंदे को पूरा सम्मान दिया और अभी कुछ दिन पहले ही वह आदित्य ठाकरे के साथ राम मंदिर का दर्शन करने के लिए गए थे। ठाकरे ने यह भी कहा कि वह अपने घर मातोश्री से ही काम करेंगे।