सीकर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की है। मोदी ने गुरुवार को अपने राजस्थान दौरे के दौरान सीकर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गहलोत कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं, उनके पैरों में कुछ तकलीफ है। आज इस कार्यक्रम में आने वाले थे लेकिन उस कठिनाई के कारण नहीं आ पाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं और सारे राजस्थान को इन अनेक विद् नई सौगात के लिए देश के किसानों को इस महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं को विकसित करने से उनको समर्पित करने के लिए मैं आज हृदय से बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। इससे पूर्व मोदी ने विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया।
इससे पहले गहलोत ने ट्वीट कर मोदी का स्वागत किया और कहा कि पीएमओ ने मेरा पूर्व निर्धारित तीन मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं।
मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद पीएमओ से जवाब आया कि प्रोटोकॉल के अनुसार आपको विधिवत आमंत्रित किया गया है और आपका भाषण भी निर्धारित किया गया है। लेकिन, आपके कार्यालय ने कहा कि आप शामिल नहीं हो पाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछली यात्राओं के दौरान भी आपको हमेशा आमंत्रित किया गया है और आपने अपनी उपस्थिति से उन कार्यक्रमों की शोभा बढ़ाई है। आज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आपका हार्दिक स्वागत है। विकास कार्यों की पट्टिका पर भी आपका नाम शामिल है।
यदि आपको हाल ही में लगी चोट के कारण कोई शारीरिक परेशानी न हो, आपकी उपस्थिति बहुमूल्य है।
इसके बाद गहलोत ने फिर कहा कि प्रधानमंत्री जी, आपके कार्यालय ने मेरे ट्वीट पर संज्ञान लिया परन्तु संभवत: उन्हें भी तथ्यों से अवगत नहीं करवाया गया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से भेजे गए प्रस्तावित मिनट टू मिनट कार्यक्रम में मेरा संबोधन रखा गया था। कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा संबोधन नहीं होगा।
मेरे कार्यालय ने भारत सरकार को अवगत करवाया था कि डॉक्टर्स की राय के अनुसार पैर में लगी चोट के कारण मैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में शामिल रहूंगा एवं मेरे मंत्रिगण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। अभी भी मैं राजस्थान के हित के इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा। आपके संज्ञान के लिए पूर्व में प्राप्त मिनट टू मिनट एवं मेरे कार्यालय से भेजा गया पत्र साझा कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि आज हो रहे 12 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण और शिलान्यास राजस्थान सरकार व केन्द्र की भागीदारी का परिणाम है। इन मेडिकल कॉलेजों की परियोजना लागत 3,689 करोड़ रुपए है जिसमें 2,213 करोड़ केन्द्र का और 1,476 करोड़ राज्य सरकार का अंशदान है। मैं राज्य सरकार की ओर से भी सभी को बधाई देता हूं।
मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्वीट के माध्यम से रख रहा हूं। आशा करता हूं 6 महीने में की जा रही इस सातवीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरी करेंगे।
राजस्थान खासकर शेखावटी के युवाओं की मांग पर अग्निवीर स्कीम को वापस लेकर सेना में परमानेंट भर्ती पूर्ववत जारी रखी जाए।
राज्य सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी को-ऑपरेटिव बैंकों से 21 लाख किसानों के 15,000 करोड़ रुपए के कर्जमाफ किए हैं। हमने केन्द्र सरकार को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जमाफ करने के लिए वन टाइम सैटलमेंट का प्रस्ताव भेजा है जिसमें किसानों का हिस्सा हम देंगे। इस मांग को पूरा किया जाए। राजस्थान विधानसभा ने जातिगत जनगणना के लिए संकल्प पारित कर भेजा है। केन्द्र सरकार इस पर अविलंब निर्णय ले।
एनएमसी की गाइडलाइंस के कारण हमारे तीन जिलों में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेजों में केन्द्र सरकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है। ये पूरी तरह स्टेट फंडिंग से बन रहे हैं। इन आदिवासी बाहुल्य तीनों जिलों के मेडिकल कॉलेजों में भी केन्द्र सरकार 60% की फंडिंग दे। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का दर्जा दिया जाए। उन्होंने कहा कि मेरा आपसे निवेदन है कि आप इन मांगों पर आज सकारात्मक रुख अपनाकर प्रदेश वादियों को आश्वस्त करें।