जोधपुर। बहुचर्चित गेहूं घोटाले में निलंबित और फरार चल रही भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी निर्मला मीना ने बुधवार को राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक कार्यालय में सुबह आत्मसर्मपण कर दिया।
मीना पर आठ करोड़ रूपए मूल्य के 35 हजार क्विंटल गेहूं का घोटाला करने का आरोप है। उन्होंने इस मामले में न्यायालय से जमानत लेने का प्रयास किया था लेकिन जमानत नहीं मिलने के कारण काफी समय से फरार थी और आज अंतत उन्होंने एसीबी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
मीना के खिलाफ आय से अधिक संपति का मामला भी चल रहा है। गेहूं घोटाले प्रकरण के बाद की गयी जांच में उनके पास आय से लगभग 232़ 50 प्रतिशत अधिक राशि की संपत्ति पाई गई। अधिकारियों ने जांच में उनके पास बीस बीघा जमीन, कयी फ्लैट, माउंट आबू में रिजोर्ट में काटेज तीन बंगले और बैंक खातों में 48 लाख रूपए की जाम राशि के तौर पर करोडों रूपए की संपति की जानकारी जुटाई थी।